नीमच (निप्र) खुशी एवं मुस्कान जीवन का एक बड़ा चमत्कार ही है, जो जीवन को एक सार्थक दिशा प्रदान करता है। दूसरों की जिंदगी रोशन करने का सुख ही सच्ची रोशन है। हम सदा मुस्कुराता रहे और मुस्कुराहट ही हमारी पहचान बने, क्योंकि एक खूबसूरत चेहरे से मुस्कुराता चेहरा अधिक मायने रखता है, लेकिन इसके लिए आंतरिक खुशी जरूरी है। यह बात महिला समन्वय शाखा जिला संयोजिका लक्ष्मी प्रेमाणी ने कही।
शनिवार शाम 5 बजे महू नसीराबाद मार्ग स्थिति गायत्री प्रज्ञा पीठ पर महिला समन्वय शाखा द्वारा दीपोत्सव पर्व मनाया गया ।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुश्री प्रेमाणी ने कहा दीपावली का त्योहार हमें सिखाता है कि जैसे दीपक अंधकार को मिटाता है, वैसे ही हमें अपने मन का अंधकार यानी आलस्य, झूठ और बुराई को दूर करना चाहिए।हमेशा सच्चाई, ईमानदारी और अच्छाई का दीप अपने मन में जलाए रखना चाहिए। साफ-सफाई रखें, पर्यावरण की रक्षा करें, और सबके साथ प्रेम व सद्भाव से त्योहार मनाए।
इस अवसर पर महिला समन्वय सदस्य भाग्यवंती प्रेमाणी, पूनम रोहिडा, सुनीता पाटीदार, सुमन शर्मा, श्यामा चौहान सहित कई महिलाएं उपस्थित थी।

