नीमच।नीमच जिले में राष्ट्रीय पोषण माह 17 सितम्बर से 18 अक्टूबर तक महिला एवं बालविकास विभाग द्वारा मनाया जा रहा है जिसके तहत ग्राम पंचायत कुचड़ोद में सेक्टर प्रभारी उमा शर्मा की उपस्थिति में पोषण माह मनाया गया इस मौके पर उपस्थित ग्रामीण महिलाओं को जानकारी देते हुए बताया कि हमें यह सोचने का अवसर देता है कि क्या हम सचमुच अपने बच्चों और माताओं को वह पोषण दे पा रहे हैं जिसके वे हकदार हैं। यह सप्ताह केवल औपचारिकता नहीं है, बल्कि एक आंदोलन है जो हर व्यक्ति, हर परिवार और हर समुदाय की जिम्मेदारी को सामने लाता है।
भारत ने कुछ क्षेत्रों में सराहनीय प्रगति की है, लेकिन मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए अभी लंबा रास्ता तय करना बाकी है। इसके लिए कुछ कदम जरूरी हैं, सामुदायिक और स्कूल स्तर पर पोषण शिक्षा को बढ़ावा देना।
स्थानीय और सस्ते पौष्टिक खाद्य पदार्थों पर जोर देना, ताकि हर वर्ग इन्हें अपना सके। तकनीक और सोशल मीडिया का उपयोग करके पोषण संदेश को हर घर तक पहुंचाना। नीति निर्माता, स्वास्थ्य विशेषज्ञ, शिक्षक और जमीनी संगठन मिलकर एक टिकाऊ रणनीति बनाएं।
स्तनपान से हर साल बच सकती ह
राष्ट्रीय पोषण माह हमें यह याद दिलाता है कि पोषण केवल स्वास्थ्य का सवाल नहीं, बल्कि राष्ट्र के भविष्य का आधार है। जब तक हर बच्चे को पर्याप्त और पौष्टिक आहार नहीं मिलेगा, जब तक हर महिला एनीमिया से मुक्त नहीं होगी और जब तक हर नागरिक स्वस्थ भोजन को जीवनशैली का हिस्सा नहीं बनाएगा, तब तक स्वस्थ भारत का सपना अधूरा रहेगा।
अब समय है कि हम सब मिलकर यह सुनिश्चित करें कि संतुलित आहार और स्वस्थ भोजन केवल आदर्श नहीं, बल्कि हर भारतीय की दिनचर्या का हिस्सा बने। ग्राम आंकली में स्वास्थ परीक्षण किया।