भारत में हर व्यक्ति का मन भारत केंद्रित होना जरूरी हैं - विनय दीक्षित

भारत में हर व्यक्ति का मन भारत केंद्रित होना जरूरी हैं - विनय दीक्षित



नीमच । प्रज्ञा प्रवाह के माध्यम से भारतीय संस्कृति, ज्ञान परम्परा, मानवीय संभावनाओं और मन में भारतीयता को जगाने का कार्य विस्तारित किया जाएगा । भारत में हर व्यक्ति का मन भारत केंद्रित होना जरूरी हैं । उक्त विचार संघ प्रचारक एवं प्रज्ञा प्रवाह के क्षेत्रीय संगठन मंत्री विनय दीक्षित ने व्यक्त किए।

उन्होंने बताया हम अपने कार्य को पूर्ण करने को लेकर समर्पित होते है पर जो कर रहे है उसका ज्ञान और मूल्य समझना चाहिए । ज्ञान परम्परा का विस्तार पुस्तकों को पढ़ने समझने उन पर चर्चा कर उसमें समाहित ज्ञान को जीवन में उतारने से ही संभव है।स्थानीय स्वामी विवेकानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय नीमच में आयोजित प्राध्यापक संवर्ग एवं प्रबुद्धवर्ग के मध्य उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए ।

प्रज्ञा प्रवाह जैसा कि शब्द से विदित है ज्ञान और बुद्धि से जुड़े वर्ग को साथ लेकर एक रचनात्मक समाज निर्माण का कार्य करता है ।बैठक में संघ जिला प्रचारक अनिल जी , प्रहलाद राय गर्ग, प्रोफेसर संजय जोशी , राजेंद्र गुजेटिया, सहित बड़ी संख्या में प्राध्यापक वर्ग एवं शिक्षा क्षेत्र से कमल शर्मा , दिनेश मानवता, प्रहलाद शर्मा , टीना गर्ग आदि उपस्थित रहे संचालन प्रवीण अरोंदेकर और आभार प्रो संजय जोशी ने व्यक्त किए