आयड़ नदी का उफान बना संकट: उदयपुर के किसानों की फसलें तबाह, मुआवज़े की मांग तेज

आयड़ नदी का उफान बना संकट: उदयपुर के किसानों की फसलें तबाह, मुआवज़े की मांग तेज



उदयपुर। भारी बारिश के चलते शनिवार को उदयपुर से गुजरने वाली आयड़ नदी उफान पर आ गई, जिससे आसपास के गांवों में तबाही का मंजर देखने को मिला। नदी के दोनों छोर स्थित कानपुर, नदी वाला खेड़ा, भोईयों की पंचोली, खरबड़िया, मटुन और लकड़वास जैसे गांवों में खेत जलमग्न हो गए और किसानों की खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं।

बारिश और बाढ़ के कारण न केवल खेतों की सब्जियां और अनाज, बल्कि पशुओं के लिए बोया गया हरा चारा भी पूरी तरह से नष्ट हो गया है। इससे क्षेत्र के किसानों और पशुपालकों के सामने गंभीर संकट खड़ा हो गया है। प्रभावित किसानों ने तत्काल मुआवज़ा और सुखा चारा मुहैया कराने की मांग की है।कानपुर गांव के पूर्व उपसरपंच मदनलाल डांगी ने प्रशासन से अपील करते हुए कहा,

"नगर निगम और नगर विकास प्राधिकरण को ग्रामीणों की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। क्षेत्र में जलभराव से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है, जिससे डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा है। ऐसे में प्रशासन को तुरंत दवा का छिड़काव करवाना चाहिए।"

प्रमुख मांगें:

प्रभावित किसानों को शीघ्र मुआवज़ा दिया जाए।

पशुपालकों के लिए सुखा चारा की व्यवस्था की जाए।

जलभराव वाले क्षेत्रों में दवा का छिड़काव करवाया जाए।

नगर निगम और नगर विकास प्राधिकरण मौके पर पहुंचकर राहत कार्य सुनिश्चित करें।