महाविद्यालय में दो दिवसीय कार्यशाला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

महाविद्यालय में दो दिवसीय कार्यशाला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ



 जिले के अग्रणी महाविद्यालय प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस, स्वामी विवेकानंद शास्त्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नीमच में 

नीमच।कृषि उपज - खेत से उपभोक्ता तक पहुंचाने की प्रक्रिया” विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया l इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कृषि वैज्ञानिक डॉ. सी. पी. पचौरी, विशिष्ट अतिथि के रूप में महाविद्यालय जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष श्रीमान विश्वदेव जी शर्मा, प्राचार्य डॉ. प्रशांत मिश्रा एवं एबीवीपी के नगर मंत्री श्री नितेश जी गुर्जर के अतिरिक्त कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. आर. एस. नरूका, डॉ. एस. एस. सारंगदेवोत, डॉ. शिल्पी वर्मा,  डॉ. जे. पी. सिंह एवं आइक्यूएसी प्रभारी और कार्यक्रम समन्वयक डॉक्टर अर्चना पंचोली उपस्थित थे l प्राचार्य के स्वागत उद्बोधन से पूर्व अतिथियों द्वारा मां सरस्वती और युवा के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया l प्राचार्य ने अपने उद्बोधन के माध्यम से वर्तमान समय में किसानों की स्थिति को उपस्थित सदन के सामने रखा l विशिष्ट अतिथि श्रीमान विश्व देव जी शर्मा ने अपने उद्बोधन के माध्यम से किसानों द्वारा फसल उत्पादन के दौरान उत्पन्न समस्याओं और उनके कठिन परिश्रम को विस्तृत रूप में बताया l कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अर्चना पंचोली ने दो दिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा को बताते  हुए एक विद्यार्थी फसल उत्पादन से लेकर बेचने की विभिन्न स्तरों पर किस प्रकार अपना रोजगार पैदा कर सकता है, इसको विस्तृत रूप में समझाया l कार्यक्रम के प्रथम वक्ता के रूप में कृषि वैज्ञानिक डॉ. सी. पी. पचौरी ने अपने उद्बोधन में किसानों को अन्नदाता बताते हुए विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से किसानों द्वारा उत्पादित अनाजों एवं दूध उत्पादन पर उचित मूल्य नहीं मिलने के विभिन्न करण उपस्थित सभा सदन के सामने रखें l आपने फसलों की विभिन्न उन्नत प्रजातियों एवं बीज उत्पादन कैसे किया जाए, उनके विभिन्न तरीके और विधियो के बारे में विस्तृत रूप में बताया l कार्यक्रम के द्वितीय वक्त डॉ. आर. एस. नरूका ने फसलों एवं फलोद्यान में पोषक तत्वों के प्रबंधन पर विस्तृत रूप से अपना वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए फलों में पोषक तत्वों प्रबंधन के विभिन्न तरीकों को भी विस्तृत रूप में समझाया l कार्यक्रम के अंतिम वक्त डॉ. जे. पी. सिंह मृदा परीक्षण एवं खेत की तैयारी पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया l इस दौरान अपने किस समय मृदा परीक्षण और किस प्रकार करवाया जाना चाहिए  किस प्रकार फसल उगाने से पहले खेत को तैयार किया जाना चाहिए विषय पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया l इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक, सहा. प्राध्यापक, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी के अतिरिक्त कार्यक्रम संयोजक के रूप में डॉ. सोनू चौहान एवं प्रो. आभा मेघवाल, कार्यक्रम सहसंयोजक प्रो. पूजा पाटीदार एवं कार्यक्रम सदस्य के रूप में  प्रो. रचना राजोरा, डॉ. तरुण जोशी, डॉ. दीपिका जैन, प्रो. पूजा सेन, प्रो. मीनल नागदा,  प्रो. तनवीर उपस्थित थे l कार्यक्रम का संचालन डॉ. सोनू चौहान एवं आभार प्रदर्शन प्रोफेसर आभा मेघवाल द्वारा किया गया।