नीमच। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल *(एमपी बोर्ड)* द्वारा घोषित परीक्षा परिणामों में नीमच जिले ने *अपनी शैक्षणिक उत्कृष्टता का शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त कर लिया है।* यह उपलब्धि जिले के विद्यार्थियों, शिक्षकों और प्रशासन के प्रयासों का जीवंत प्रमाण है।
वर्ष 2025 की 12वीं कक्षा की परीक्षा में नीमच जिले का उत्तीर्ण प्रतिशत 86.3 रहा, जबकि 10वीं कक्षा में यह और भी प्रभावशाली रहा, जहाँ 87.29 प्रतिशत विद्यार्थियों ने सफलता का परचम लहराया। शासकीय विद्यालयों के बीच भी नीमच जिले ने दूसरा स्थान हासिल कर अपनी मजबूत शैक्षणिक नींव का परिचय दिया है।
यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि जिले ने पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। 2025 में 12वीं कक्षा के परिणामों में पूरे 12 प्रतिशत का बड़ा उछाल देखा गया, वहीं 10वीं कक्षा में तो यह वृद्धि और भी अधिक, पूरे 25 प्रतिशत रही। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि जिले में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए गंभीरता से प्रयास किए गए हैं।
*इस शानदार सफलता का श्रेय कलेक्टर हिमांशु चंद्र की दूरदर्शी नीतियों और सक्रिय मार्गदर्शन को जाता है।* उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सभी स्कूलों में नियमित रूप से मासिक समीक्षा बैठकें आयोजित की जाती थीं। इसके अतिरिक्त, विद्यार्थियों के मार्गदर्शन के लिए सेमिनार और परामर्श सत्र भी आयोजित किए गए।
कलेक्टर चंद्र ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि प्रत्येक विद्यार्थी की व्यक्तिगत प्रगति पर ध्यान दिया गया। उन्होंने कहा, "हम यह सुनिश्चित करते थे कि प्रत्येक छात्र की ताकत और कमजोरियों को पहचाना जाए। विषयवार उनकी दक्षता के अनुसार उन्हें वर्गीकृत कर उनकी नियमित निगरानी की जाती थी।" इसी केंद्रित और व्यक्तिगत दृष्टिकोण का परिणाम आज यह ऐतिहासिक सफलता है।
इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर कलेक्टर हिमांशु चंद्र ने सभी सफल विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि यह सफलता उनकी कड़ी मेहनत, लगन और शिक्षकों के समर्पण का फल है।
नीमच जिले की यह शानदार सफलता निश्चित रूप से प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगी और शिक्षा के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करेगी। यह खबर न केवल नीमच जिले के लिए बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है।