‘’ कुदरत के रंग, होली के संग’’ , लोगो को खूब भा रहे है प्राकृतिक रंग और गुलाल

‘’ कुदरत के रंग, होली के संग’’ , लोगो को खूब भा रहे है प्राकृतिक रंग और गुलाल

आजीविका स्‍वसहायता समूह व्‍दारा उपलब्‍ध है प्राकृतिक रंग गुलाल
नीमच । नीमच जिले के ग्राम सुवाखेडा के जय सावरियां आजीविका स्‍वसहायता समूह व्‍दारा प्राकृतिक फूलो, पत्तियों से प्राकृतिक रंग गुलाल तैयार किया गया है। यह प्राकृतिक रंग गुलाल आमजनों के लिए नीमच में विभिन्‍न स्‍थानों पर बिक्री के लिए उपलब्‍ध है। म.प्र.डे.राज्‍य ग्रामीण आजीविका मिशन जावद व्‍दारा गठित जय सावरिया आजीविका स्‍वसहायता समूह की महिलाओं व्‍दारा ‘’ कुदरत के रंग, होली के संग’’ थीम पर आधारित प्राकृतिक फूलों और पत्तियों से विभिन्‍न प्रकार के प्राकृतिक रंग एक गुलाल तैयार करवाकर आकर्षक पैकिंग में आमजनों के लिए उपलब्‍ध करवाये गये है।
कलेक्‍टर श्री दिनेश जैन, जिला पंचायत सीईओ श्री गुरूप्रसाद ने मंगलवार को कलेक्‍टोरेट में समूह व्‍दारा तैयार किए गये प्राकृतिक गुलाल एवं रंगो का अवलोकन किया और इन प्राकृतिक रंगों, गुलाल की महत्‍वता एवं विशेषताओं के बारे में जानकारी ली। उन्‍होने इन रंग, गुलाल को बिक्री के लिए शहर में विभिन्‍न स्‍थानों, दुकानों पर उपलब्‍ध करवाने के निर्देश भी दिए।
समूह व्‍दारा प्राकृतिक फूलों व पत्तियों से तैयार किए गए प्राकृतिक रंग गुलाल शारीरिक हानि रहित है और बाजार में उपलब्‍ध अन्‍य रंगों व गुलाल की तुलना में सस्‍ते भी है। समूह की महिलाओं व्‍दारा प्राकृतिक रंग गुलाल तैयार करने से जहां आम जनों को होली पर अच्‍छे गुणवत्‍तापूर्ण रंग गुलाल स्‍थानीय स्‍तर पर उपलब्‍ध हुए है। वहीं समूह की महिलाओं की आमदनी भी बढ रही है। आमजनों को पलाश , गुलाब, गेंदे के फूल, कनेर, पालक, नीम की पत्तियों से बने यह प्राकृतिक रंग और गुलाल काफी पसंद आ रहे है और उनमें प्राकृतिक रंग व गुलाल से होली खेलने के प्रति उत्‍साह एवं जागरूकता भी नजर आ रही है।