
नीमच । जैन सोशल ग्रुप संगिनी ग्रेटर नीमच के तत्वाधान में दंपति सदस्य परिवारों का एक समूह कच्छ भुज जैन तीर्थ दर्शन की यात्रा कर वापस नीमच लौट आया। जैन सोशल ग्रुप संगिनी ग्रेटर नीमच की अध्यक्ष तारा वया, सचिव गुनबाला नांदेचा, कोषाध्यक्ष राखी कोचेटा ने बताया कि यात्रा जैन भवन नीमच से तीर्थ यात्रियों के समूह ने प्रस्थान किया। नयागांव बॉर्डर पर ग्रुप की सदस्या श्री मति रेणु सुशील चौधरी ने अपने व्यावसायिक संस्थान के कार्यालय में सपरिवार सभी काआत्मीय सम्मान किया ।रात्रि भर सफर के बाद पहला पड़ाव श्री 108 पार्श्वनाथ भिलड़िया जी तीर्थ गुजरात प्रात 6 बजे पहुंच कर प्रभु दर्शन, सेवा पूजा का लाभ प्रथम तीर्थ पर लिया व नवकारसी करप्रस्थान किया ।इसके बाद द्वितीय तीर्थ स्थल भद्रेश्वर पहुंच जिन मंदिर एवं तीर्थ दर्शन कर गुजरात के समुद्र तट मांडवी बीच पहुंचे ।मांडवी बीच पर समुद्र तट की लहरों व , ऊंट की सवारी आदि का अनुभव लिया,सभी ने बीच पर सनसेट का दृश्य के साथ सेल्फी ली फिरउसके बाद इस यात्रा के तृतीय तीर्थ स्थल 72 जिनालय पर रात्रिविश्राम किया व सुबह 72 जिनालय के मंदिर में दर्शन,सेवा,पूजा का लाभ लिया । उसके बाद भुज शहर के लिए प्रस्थान किया वहां स्वामी नारायण मंदिर परिसर का भ्रमण किया फिर कच्छ मुजियम में रात की कच्छ संस्कृति को करीब से समझा,उसके बाद भुज के पराग महल को देखा । उसके बाद सभी वंदे भारत मेमोरियल देखने गए, ग्रुप के सदस्य डूंगरवाल परिवार की बेटी दामाद ने वंदे भारत में ग्रुप के सभी सदस्यों को वंदे भारत मेमोरियल में सभी का सम्मान किया।
वंदे भारत मेमोरियल भ्रमण के यादगार पलो को कभी नही भुला जा सकता है, यहा सभी ने फोटोग्राफी की ।
फिर उसके बाद रात्रि विश्राम भुज से 40 किमी दूर इस यात्रा के चतुर्थ तीर्थ स्थल पार्श्व वल्लभ धाम पर किया। सुबह जिन मंदिर दर्शन, उवसग्गर स्रोत से प्रभु के अभिषेक करने के बाद सेवा पूजा का लाभ लिया व नवकारसी कर कच्छ के सफेद रन के लिए प्रस्थान किया।कच्छ के रन में बी एस एफ कैंप में सफेद रण के लिए आगे बढ़े सभी सदस्य विशेष रूप से सजी ऊंट गाड़ियों में सवार होकर सफेद रन में पहुंचे, सफेद रन का अलौकिक नजारा देख कर सभी आश्चर्यचकित हो गए, सभी ने फोटोग्राफी कर यादगार पलो को कैद किया । रन उत्सव परिसर में लगे मार्केट व प्रदर्शनी का अवलोकन किया, फिर भुज शहर प्रस्थान कर इस यात्रा के पंचम तीर्थ जूना कटारिया में रात्रि विश्राम किया सुबह उठ कर 500 वर्ष पूर्व प्राचिन मंदिर जिसमे 5000 वर्ष पुरानी पांडवों द्वारा पूजित प्रतिमा जी का दर्शन,वंदन,पूजन किया।
नो ग्रह प्रतिमाजी मंदिर के दर्शन कर सभी ने आशीर्वाद ग्रहण किया।यहां से नवकारसी कर नीमच के लिए वापसी की गई,सभी सदस्यो ने यात्रा के दौरान यात्रा बस में गेम्स,अंतराक्षी व अन्य प्रतियोगिताओं में भाग लिया और पुरस्कार जीते,सभी तीर्थ यात्रीयों का समूह वापिस मध्य रात्रि नीमच पहुंच कर इस 2000km लगभग की यादगार ,जैन पंच तीर्थ यात्रा,ऐतिहासिक,स्मारकों,महलों की यात्रा, समुद्र बीच की यात्रा व सफेद रण की यादगार यात्रा का अनुभव जो कभी भूलाया न जा सके यादें अमिट रहेगी । यात्रा की भव्यता ग्रुप सदस्यो की फोटोग्राफी,वीडियोग्राफी व हरेक के चेहरे पर छाई प्रसन्नता स्वयं बयां कर रही थी । प्रकाश चोरड़िया,अरु चोरड़िया, सुशील चौधरी,दिलीप चौधरी, राजेश व प्रदीप मेहता, रोशन काका,अजीत गांधी व मामा विनोद राणावत एवं सभी सदस्यो ने व संगिनी अध्यक्ष तारा वया,सचिव गुणबाला नांदेचा,कोषाध्यक्ष राखी कोचेटा व सभी संगिनी सदस्यों ने टीम भावना से सहयोग प्रदान किया ।