उम्मेदपुरा में दूसरों की उम्मीद बन रही है हसीना बानो, महिला आजीविका समूह से जुड़कर महिलाएं हो रही आत्मनिर्भर

उम्मेदपुरा में दूसरों की उम्मीद बन रही है हसीना बानो, महिला आजीविका समूह से जुड़कर महिलाएं हो रही आत्मनिर्भर

नीमच ।एक कमरे का मकान जिसमें पांच लोग रहते हैं। परंतु वह छोटा सा घर 15 परिवारों के भरण पोषण में अपने महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। यह मकान जावद नगर से तीन किलोमीटर दूरी पर बसे गांव उम्मेदपुरा के हसीना बी का है, जो गरीबी के दंश से उबरने के प्रयास कर रही है। साथ ही अपने आजीविका समूह से जुड़ी दूसरी बहनों को भी अपने साथ रोजगार के अवसर मुहैया करवा रही हैं। यह संभव हो पा रहा है, मध्यप्रदेश डे.राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा गठित दीवाना सरकार महिला आजीविका समूह के सहयोग से। हसीना बी कहती है, कि उन्‍होने रोजगार को बहुत ही छोटे पैमाने पर शुरू किया था, जिससे बमुश्किल परिवार के भरण पोषण की जुगत हो जाती थी, परंतु अब समूह गठन के बाद उसकी वित्तीय आवश्यकता की पूर्ति समूह के माध्यम से हो रही है। समूह से अभी तक उसने एक लाख 60 हजार रूपये का ऋण लेकर समय पर उसकी अदायगी कर अपने काम को बढ़ावा दिया है। हाल ही में इस समूह को भारतीय स्टेट बैंक द्वारा  3 लाख रूपये की सीसीएल राशि दी गई है। जिसका उपयोग समूह के सदस्यो ने अपने आजीविका संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देने में किया हैं। कलेक्टर श्री दिनेश जैन के निर्देशन में समूह को मिशन की ओर से चक्रीय एवं सामुदायिक निवेश राशि के रूप  एक लाख रूपये दिलवाने के साथ ही एसबीआई बैंक जावद से संयोजन कर सीसीएल द्वारा अभी तक 4.50  लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा चुकी हैं ।