राजस्थान की गहलोत सरकार चरमपंथियों और जिहादियों का अड्डा बन गया : राज्यवर्धन राठौड़

राजस्थान की गहलोत सरकार चरमपंथियों और जिहादियों का अड्डा बन गया : राज्यवर्धन राठौड़

  राजस्थान की गहलोत सरकार चरमपंथियों और जिहादियों का अड्डा बन गया : राज्यवर्धन राठौड़

जयपुर । सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बलात्कार के वक्तव्य को बयान शर्मनाक करार दिया है। राठौड़ ने कहा कि सीएम गहलोत का यह बयान की 56 फीसदी बलात्कार के मामलों में पीड़िता झूठ बोल रही है पीड़िता के नजरिए से बहुत शर्मनाक बयान है। राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में भय का माहौल है। राजस्थान चरमपंथियों और जिहादियों का अड्डा बन गया है। दिल्ली में कुछ होता है तो वे तुरंत दिल्ली आ जाते हैं। उन्हें राजस्थान की घटनाएं छोटी लगती हैं और ईडी एक सवाल पूछ ले तो दिल्ली आ जाते हैं।
एनसीआरबी की ओर से हाल ही में जारी किये गये अपराधों के आंकड़ों पर राजनीति गरमाई हुई है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार रेप मामले में राजस्थान अव्वल है। बीते वर्ष में रेप के सबसे ज्यादा मामले राजस्थान में दर्ज हुये हैं। रिपोर्ट जारी होने के बाद से यह मामला गरमाया हुआ है। बीजेपी गहलोत सरकार पर हमलावर हो रखी है। बीजेपी के हमलावर होने के बाद ही हाल ही में सीएम गहलोत ने कहा था कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के 56 फीसदी मामल झूठे हैं। हमने कार्रवाई शुरू की है। झूठे मामले दर्ज करने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।
उसके बाद राठौड़ ने रविवार को दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राजस्थान में हर रोज 17 महिलाओं के साथ रेप होता है। मैं राजस्थान से आता हूं। राजस्थान में महिलाओं के साथ ऐसा होते देखकर बड़ा दुख होता है। राजस्थान में हमेशा महिलाओं का सम्मान दिया जाता रहा है। राठौड़ ने आरोप लगाया कि राजस्थान को रेप कैपिटल बना दिया है। अब देश की कैपिटल में महंगाई की बात करने आ गए हैं।
राठौड़ राजस्थान के एक ताजा मामले का उदाहरण देते हुये कहा कि कल रात को जिस महिला की लाश मिली उसके पति ने 1 तारीख को एफआईआर कराने की कोशिश की लेकिन दर्ज नहीं की गई। जब लाश मिल तब जाकर एफआईआर दर्ज हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि जयपुर के रामगढ़ के अंदर महिला टीचर को जिंदा जला दिया गया। उल्लेखनीय है कि इससे पहले पूर्व सीएम वसुंधराराजे, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया भी एनसीआरबी के आंकड़ों पर गहलोत सरकार को घेर चुके हैं।