मंगलवार और अमावस्या समेत इन तिथियों में गृह प्रवेश को नहीं माना जाता है शुभ
नई दिल्ली। हर कोई अपने खुद के घर का सपना देखता है जिसमें वह सुख-चैन से रह सके। लेकिन गृह प्रवेश के समय कुछ खास बातों का ख्याल रखना भी जरूरी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ तिथियों में गृह प्रवेश को शुभ नहीं माना गया है।
हिंदू धर्म में किसी भी मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त, वार, तिथि, राहुकाल आदि सभी का ध्यान रखा जाता है ताकि कार्य निर्विघ्न सम्पन्न हो। नामकरण, मुंडन, शादी-ब्याह के साथ ही गृह प्रवेश भी शुभ कार्यों में शामिल है। हर कोई अपने आशियाने को खुशहाल बनाना चाहता है। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गृह प्रवेश के समय भी सही वार और तिथि का ख्याल रखना जरूरी है क्योंकि इसका प्रभाव घरवालों के स्वास्थ्य, धन और वैवाहिक जीवन पर भी पड़ता है। तो आइए जानते हैं गृह प्रवेश के समय किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए।
इन तिथियों में गृह प्रवेश न करें-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अन्य सभी मांगलिक कार्यों की तरह ही नए घर में प्रवेश के दौरान वार, तिथि, ग्रह-नक्षत्र आदि को ध्यान रखना भी आवश्यक होता है। ज्योतिष में रविवार, मंगलवार और शनिवार के दिन को गृह प्रवेश के लिए शुभ नहीं माना गया है। इसके साथ ही पूर्णिमा और अमावस्या तिथि को भी गृह प्रवेश वर्जित माना गया है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़, सावन, भाद्रपद (भादो), आश्विन और पौष माह में भी गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए।
इन तिथियों में शुभ होता है गृह प्रवेश-
गृह प्रवेश के लिए ज्योतिष में माघ, फाल्गुन, वैशाख और ज्येष्ठ का महीना सबसे सही समय बताया गया है। इसके अलावा नए घर में प्रवेश के लिए आप शुक्लपक्ष की द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दसवीं, एकादशी, द्वादशी और त्रयोदशी तिथियां का चुनाव भी कर सकते हैं।