नई दिल्ली। अब डाकघर जाकर बैंकिंग करने न तो अंगूठा लगाने और न ही ओटीपी की झंझट...रहेगी। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने देशभर में आधार आधारित फेस ऑथेंटिकेशन सेवा की शुरुआत की है, जिससे अब ग्राहक केवल अपने चेहरे से ही खाता खोल सकेंगे, बैलेंस देख पाएंगे, पैसे भेज सकेंगे और बिल का भुगतान भी कर सकेंगे।यह सेवा उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी जो अब तक अंगूठे की पहचान या ओटीपी सिस्टम से जुड़ी तकनीकी दिक्कतों से जूझते रहते थे। बुजुर्गों, दिव्यांगों, और दूरदराज़ के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए यह तकनीक बैंकिंग को आसान बना देगी। फेस ऑथेंटिकेशन सिस्टम को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के मानकों पर विकसित किया गया है। यह पहल डिजिटल इंडिया अभियान को मजबूत करने के साथ-साथ एक ऐसा सिस्टम तैयार करती है जो पूरी तरह संपर्करहित और सुरक्षित है।
आईपीपीबी के मुताबिक यह सेवा जल्द ही पूरे देश के 1.6 लाख डाकघरों और 3 लाख से ज्यादा पोस्टल कर्मियों के जरिए ग्राहकों तक पहुंचाई जाएगी। यह कदम आपका बैंक, आपके द्वार मिशन के तहत वित्तीय समावेशन को और गहरा करने की दिशा में एक बड़ा परिवर्तन है। महामारी या किसी भी स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति में जब शारीरिक संपर्क से बचना अनिवार्य हो जाता है, उस समय यह फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक बेहद कारगर सिद्ध होगी। इससे न सिर्फ लेनदेन तेज और आसान होगा, बल्कि बैंकिंग सेवाएं सभी के लिए ज्यादा सुलभ और सुरक्षित बनेंगी।