देश की एकता व अखंडता के लिए तिरंगा यात्रा 13अगस्त को

देश की एकता व अखंडता के लिए तिरंगा यात्रा 13अगस्त को



नीमच । भारतमाता के स्वाभिमान एवं देश की एकता अखंडता व अखंड भारत  की कल्पना को साकार करने का अब वक्त आगया हे तथा कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा धर्म पूछकर  पर्यटकों की भीषण  हत्याकांड का जवाब देने के उद्देश्य से  आगामी 13अगस्त25 को  विशाल तिरंगा यात्रा में समाज जन  युवा एवं आम जनता को यात्रा में उत्साह से भाग लेकर पहलगाम में आगामी 15अगस्त25को तिरंगा झंडा फहराकर  आतंकवादियों को मुंह तोड़ जवाब दे।

 यहबात अपने एकदिवसीय प्रवास पर आए श्री विनय जी जांगिड़  केंद्रीय जलवायु पर्यावरण मंत्रालय  बोर्ड के सदस्य एवं  अध्यक्ष विश्वकर्मांश पंचायत भारत  ने स्थानीय चारभुजा नाथ मंदिर खेड़ी मोहल्ला नीमच सिटी में आयोजित इस महती बैठक में समाज जन ,युवाओं  को संबोधित करते हुए  कही ।उल्लेखनीय हैं कि श्री विनय जी जांगिड़ तीसरी बार इस तिरंगा  यात्रा  का आयोजन होगा।   श्री जांगिड़ ने इस यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि यह तिरंगा यात्रा जावरा के नजदीक भारत पूरा गांव से निकली जाएगी जो सीतामऊ,सुवासरा  शामगढ़  से वापस लूटकर रात्रि 10बजे सुवासरा में शहीद भगतसिंह की मूर्ति का सम्मान कर  रात्रि विश्राम किया जाकर अगले दिन 14अगस्त को बस द्वारा कश्मीर के पहलगाम पहुंचकर तिरंगा फहराकर आतंकवादियों को माकूल जवाब दिया जाएगा।   इसके पूर्व उपस्थित समाज जानो ने श्री विनयजी जांगिड़ का आत्मीय स्वागत किया ।इस कार्यक्रम को श्री शंभु प्रसाद शर्मा  पूर्व अध्यक्ष विश्वकर्मा जांगिड़ समाज नीमच ने भी संबोधित कर उपस्थित समाज जानो की ओर से तिरंगा यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में बढ़ चढ़  कर अपनी सहभागिता करने का आश्वासन दिया तथा आपकेनीमच इस कार्यक्रम में पधारने पर साभार व्यक्त किया।   

श्री जांगिड़ ने चारभुजा भगवान,विश्वकर्माजी  व भोले नाथ को माल्यार्पण कर दर्शन किए  इस अवसर पर समाज के अध्यक्ष राजमल  शर्मा, अशोक शर्मा श्री दीनदयालजी शर्मा श्री भूपराज जी शर्मा  ललितशर्मा दिलीप तुगनावत सतीश शर्मा सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कार्यक्रम के पश्चात विश्वकर्मा जांगिड़ समाज नीमच के पूर्व अध्यक्ष शंभु प्रसाद शर्मा के मोहनोत नगर स्थित निवास पर पहुंचे जहां परिजनों द्वारा श्री जांगिड़ का शाल श्रीफल तथा रुद्राक्ष की माला पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया।