ब्राह्मणी नदी पुल पर बना गड्ढा दे रहा दुर्घटना को आमंत्रण

ब्राह्मणी नदी पुल पर बना गड्ढा दे रहा दुर्घटना को आमंत्रण



सिंगोली ( निरंजन शर्मा ) ।पटियाल पंचायत को सिंगोली से जोड़ने वाले मार्ग पर स्थित ब्राह्मणी नदी का पुल अब दुर्घटनाओं का कारण बनता जा रहा है। वर्षों पूर्व जावद विधायक रहे स्व. घनश्याम पाटीदार के कार्यकाल में बना यह पुल अब पूरी तरह जर्जर हो चुका है। पुल के बीचोंबीच बने बड़े गड्ढे ने स्थानीय लोगों की जान को खतरे में डाल दिया है। हर दिन स्कूली बच्चे, ग्रामीण और राहगीर इसी रास्ते से भय के साये में गुजरने को मजबूर हैं।

ग्रामीणों के अनुसार बीते एक वर्ष में कई बार वाहन इस गड्ढे में फंस चुके हैं। ताजा मामला मंगलवार का है, जब हेमगंज निवासी एक दंपति अपने बच्चों के साथ रामनगर से लौटते समय इसी पुल पर हादसे का शिकार हो गए। सौभाग्यवश, मौके पर मौजूद लोगों ने तत्परता से उन्हें सुरक्षित निकाला, अन्यथा गंभीर दुर्घटना हो सकती थी।

पुल की भयावह स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने अपनी ओर से प्रयास करते हुए गड्ढे के चारों ओर पत्थर और टहनियां रख दी हैं, ताकि आने-जाने वालों को चेतावनी मिल सके और कोई उसमें न गिरे। खासतौर से स्कूली छात्राओं की सुरक्षा को लेकर स्थानीय शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य व स्टाफ प्रतिदिन पुल पर पहुंचते हैं और बच्चों को पानी की स्थिति देखकर सावधानीपूर्वक पार कराते हैं।

ग्रामीण विशाल धाकड़, कमल धाकड़, रणजीत सिंह, विक्रम सिंह चुण्डावत सहित अन्य ने बताया कि उन्होंने इस विषय में कई बार पंचायत, जनप्रतिनिधियों और प्रशासन को सूचना दी, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। एक वर्ष पूर्व ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से इस पुल की मरम्मत भी करवाई थी, लेकिन तेज बहाव में वह भी क्षतिग्रस्त हो गई।

यह पुल लगभग दो दर्जन गांवों को आपस में जोड़ता है, लेकिन अब यह 'मौत का पुल' बनता जा रहा है। ग्रामीणों ने पुराने ग्वालियर स्टेट काल के बंद पड़े गेटों को खोलने की मांग की है ताकि वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हो सके और जान-माल की रक्षा की जा सके।ग्रामीणों का साफ कहना है कि यदि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने शीघ्र कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला, तो निकट भविष्य में कोई बड़ा हादसा होना तय है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।