नीमच। प्रत्येक विद्यार्थी के जीवन को गुरु ही ऊंचाइयों पर पहुँचा सकता है, गुरु ही ऐसा व्यक्तित्व है जो शिष्य को अज्ञान रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश का मार्ग दिखाता है और सफलता दिलाता है,उक्त आशय के उदगार स्थानीय सांदीपनि शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नीमच केंट में भारतीय शिक्षण मंडल के मालवा प्रान्त प्रमुख एवं सांदीपनि विद्यालय साबाखेड़ा(मंदसौर) के प्राचार्य श्री दिलीपसिंह डाबी ने व्यास पूजन कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए।श्री डाबी ने गुरु शिष्य परम्परा का महत्व और महर्षि वेदव्यास के जीवन के बारे में अवगत कराते हुए व्यास पूजन का महत्व बताया साथ ही विद्यार्थियों को अपने जीवन का लक्ष्य अभी से तय कर लक्ष्य को पाने के लिए कठिन परिश्रम हेतु प्रेरित किया।संस्था प्राचार्य के एस जैन ने इस अवसर पर विद्यार्थियों से आव्हान किया कि स्कूली शिक्षा ही विद्यार्थी के जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव है,यह समय ही विद्यार्थी के जीवन की दिशा तय करता है।प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत प्राचार्य श्री के एसजैन एवं उप प्राचार्य महेश शर्मा ने किया,सरस्वती वंदना और स्वागत गीत की प्रभावी प्रस्तुति संगीत शिक्षक शालीन सातपुते के निर्देशन में विद्यालय की बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत की गई,कार्यक्रम का सफल संचालन प्राथमिक विंग की प्रधानाध्यापिका मंजुला धीर और आभार उप प्राचार्य महेश शर्मा ने किया।इस अवसर पर भारतीय शिक्षण मंडल मल्हारगढ़ के प्रमुख श्री सत्यनारायण तिवारी भी उपस्थित थे।