फाग उत्सव में बिखरे होली के रंग, सकल ब्राह्मण महिला प्रकोष्ठ ने मनाया फाग उत्सव*

फाग उत्सव में बिखरे होली के रंग, सकल ब्राह्मण महिला प्रकोष्ठ ने मनाया फाग उत्सव*

 


 राधा-कृष्ण का स्वरूप धारण किया, मनाई फूलों की होली



नीमच । शहर में फाग महोत्सव  की धूम मची हुई है। फाग महोत्सव के दौरान वृंदावन का दृश्य सजीव हो गया।  सकल ब्राह्मण कल्याण समिति महिला प्रकोष्ठ द्वारा रविवार को दोपहर 3 बजे परशुराम महादेव मंदिर  में यह आयोजन किया गया ।


 जिसमें महिलाओं ने फूलों, गुलाल और अबीर के साथ होली खेली और मधुर भजनों की प्रस्तुति देते हुए नृत्य प्रस्तुत किया।  बांके बिहारी की देख छटा मेरो मन है गयो लटा पटा, फूलों की होली फाग खेलन बरसाने आये नटवर नंद लाल, आज ब्रज में होली रे रसिया गीत प्रस्तुत कर वातावरण को भक्तिभाव में सराबोर कर दिया।



इस मौके पर बच्चों ने राधा-कृष्ण बन कर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी। नन्ही बालिकाओं ने राधा और बालकों ने श्रीकृष्ण  का नयनाभिराम रूप का धारण किया और गोपियों के साथ अत्यंत मनोहारी नृत्य किया और संपूर्ण वातावरण राधा-कृष्ण की अलौकिक भक्ति से सराबोर हो गया। फाग उत्सव में महिलाओं ने राधा-कृष्ण और गोपियों ने फाग गीतों पर हर्षित होकर नृत्य किया और रंगों व फूलों से होली खेली।

 कार्यक्रम में सकल ब्राह्मण महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष मधु चतुर्वेदी, सचिव ज्योति शर्मा,कोषाध्यक्ष संध्या व्यास एवम अध्यक्ष दिलीप  शर्मा, सचिव विजय तिवारी ,मंदिर निर्माण समिति अध्यक्ष योगेश  पंत,

 परशुराम जन्मोत्सव संयोजक मनोज शर्मा, राजेश चतुर्वेदी,

 राजू जी नागदा संजय व्यास सहित कहीं सदस्य उपस्थित थे।

इन्हें मिले पुरस्कार: 

 : युगल नृत्य (महिला वर्ग)

प्रथम -मीनाक्षी जी, रुचि जी

द्वितीय -ज्योति जी, कपिला जी

तृतीय -अलका जी, भावना जी

एकल नृत्य (महिला वर्ग)

प्रथम -चेतना जी

द्वितीय- सुमन जी

तृतीय -प्रीती जी

चतुर्थ -सुजीता जी

युगल नृत्य (बाल वर्ग)

प्रथम -लक्षिता, कोमल

एकल नृत्य (बाल वर्ग)

प्रथम- मुद्रिका

द्वितीय -अंशिका

तृतीय मुद्रिका पारीक

 युगल नृत्य (महिला वर्ग):

प्रथम -मीनाक्षी जी, रुचि जी

द्वितीय -ज्योति जी, कपिला जी

तृतीय -अलका जी, भावना जी

एकल नृत्य (महिला वर्ग)

प्रथम -चेतना जी

द्वितीय- सुमन जी

तृतीय -प्रीती जी

चतुर्थ -सुजीता जी

युगल नृत्य (बाल वर्ग)

प्रथम -लक्षिता, कोमल

एकल नृत्य (बाल वर्ग)

प्रथम- मुद्रिका

द्वितीय - मुद्रिका पारीक 

तृतीय अंशिका रहे।