नीमच। सत्संग करने से मन को शांति मिलती है दान करने से पुण्य प्राप्त होता है परिवार के अच्छे संस्कार से ही देश का निर्माण होता है उक्त उदगार कथावाचक श्री पंकज कृष्ण महाराज के मुखारविंद से स्वर्णकार धर्मशाला में सचिव श्री भागवत कथा के दौरान व्यक्त करते हुए कहा किदेते मनुष्य को उस नरसिंह जी के द्वारा बताया गया कि सास किसी बहू की तारीफ अगर कर दे तो बहू भूले नहीं समाती है।
नरसिंह भगवान ने एक बूढ़ी माता से कहा कि बोल तुझे क्या चाहिए माता को बहुत कुछ चाहिए था माता भी बड़ी चतुर्थी उन्हें घर जाकर बच्चों बच्चे से पूछा कि हमें क्या मांगना चाहिए तो माता ने भगवान से श्री पंकज कृष्ण महाराजने कथा में आगे बताया कि बच्चों को संस्कार जैसे माता-पिता देते हैं वैसे उनको मिलते हैं बच्चों को हमेशा सत्संग में ले जाकर धर्म के प्रति जागृत करना चाहिए स्वर्णकार धर्मशाला मे कथावाचक पंकज कृष्ण के मुखारविंद से प्रतिदिन रात्रि को2:00 से 5:00 तक भव्य कथा हो रही हे कथा के जजमान कैलाश चंद सोनी मनासा वाला इंदिरा नगर द्वारा कराई जा रही हैदे दे सांवरिया सेठ दे दे के भजन किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए सुबह को राधा राधा नाम हो जाए*घणी दूर से दौडे।मधुर भजनों परभजनों की ऊपर महिलाओं द्वारा नृतय भी किया जा रहा है संगीतमय भागवत कथाको लेकर क्षेत्र की जनता में अपार हर्ष है दिन प्रतिदिन कथा में संख्या बढ़ती जा रही है धर्म के प्रति आस्था को लेकर बड़ा उत्साह है कार्यक्रम के सूत्रधार मुकेश पोरवाल ने बताया कि जाएगा जिसमें सभी क्षेत्र की जनता अधिक से अधिक संख्या में आए और धर्म का लाभ लें इस दौरान कथा में समाजसेवी कैलाश सोनी गौरव पोरवाल बलवंत सिंह सोलंकी सुमित्रा पार्षद सरिता सोनी भगत वर्मा मुकेश कुमार सहित बड़ी संख्या में समाज जन्म आम जनता उपस्थित थी