पसीना निकलना सेहत के लिए अच्छा या बुरा

पसीना निकलना सेहत के लिए अच्छा या बुरा

   पसीना निकलना सेहत के लिए अच्छा या बुरा


खून'-पसीने की कमाई', 'पसीना बहाना', 'पसीना-पसीना होना' जैसे मुहावरे हमें बताते हैं कि शरीर से पसीने का निकलना पॉजिटिव बात है। लेकिन न धूप हो, न उमस और न ही कोई मेहनत की हो फिर भी शरीर से पसीना छूटे। या सर्दियों में पसीना आए या हथेली और तलुवे में पसीना आए तो ये कुछ संकेत होते हैं, जिन्हें हमारे लिए समझना जरूरी है।शरीर से पसीना क्यों निकलता है, ये सेहत के लिए अच्छा है या बुरा, कितना सही है पसीना निकलना, यूनानी चिकित्सा पद्धति को अपनाने वाले डॉ सुबास राय से समझते हैं।
शरीर से निकलने वाली पानी की छोटी-छोटी बूंदें हैं पसीना
सबसे पहले तो ये समझ लीजिए कि पसीना क्यों आता है। हमारा शरीर एक मशीन की तरह है। जब हम मेहनत वाला कोई काम करते हैं तो हमारा शरीर वैसे ही गर्म होता है, जैसे देर तक चलने पर कोई मशीन गर्म होती है। अब कार के इंजन को ठंडा करने के लिए कूलैंट होता है तो लैपटॉप और कंप्यूटर में हीट सक्शन, एग्जॉस्ट या कूलिंग फैन लगे होते हैं।
इसी तरह से हमारे शरीर को सेफ लिमिट तक ठंडा रखने के लिए हमारे शरीर में मौजूद स्वेट ग्लैंड पसीना पैदा करते हैं। ये बॉडी टेम्परेचर को कंट्रोल करने के लिए एक्टिव हो जाते हैं। शरीर से निकलने वाला ये पानी ही हमें हीट स्ट्रोक से बचाता है। इस पानी को ही पसीना कहते हैं।
वर्कआउट के बाद या गर्मियों में पसीना निकलना
वर्कआउट के बाद या गर्मियों में पसीना निकलना अच्छा है। पहले के लोग मेहनत करके पसीना बहाते थे, इसलिए वो हमेशा फिट रहते थे। लेकिन आज लोग फिजिकल एक्टिविटी ठीक से नहीं करते हैं। गर्मी में सारा दिन एसी में बैठे बैठे निकाल देते हैं। थोड़ा भी पसीना उन्हें बर्दाश्त नहीं होता। जबकि पसीना निकलना जरूरी है। जब आप वर्कआउट करते हैं तो पसीना निकलना जरूरी है क्योंकि एक्सरसाइज बॉडी टेम्प्रेचर को बढ़ाती है और धड़कनें तेज होती हैं। ऐसे में पसीना शरीर के टेम्प्रेचर को बैलेंस करता है और बेहोश होने से बचाता है।
शरीर के जहरीले तत्व बाहर निकलते हैं
पसीना बॉडी से जहरीले तत्वों को निकालता है। पसीने में नमक, चीनी के अलावा कोलेस्ट्रॉल और अल्कोहल जैसे पदार्थ होते हैं। ऐसे में शरीर की सफाई हो जाती है और सारे अंग बेहतर काम करते हैं।
पसीना से इम्यून सिस्टम स्ट्रांग होता है
रोजाना वर्कआउट करके पसीना बहाने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इससे शरीर रोगों से लड़ने के लिए तैयार रहता है।पसीना निकलने से स्किन पर चमक आ जाती है। दरअसल, पसीने से स्किन के पोर्स खुलते हैं। ऐसे में स्किन पर जमे जहरीले तत्व भी पसीने के जरिए बाहर निकल जाते हैं। इससे स्किन हेल्दी होती है और तमाम परेशानियां दूर होती हैं।
अब जानते हैं हाथों और तलवों में क्यों पसीना आता है
अगर हाथों या तलवों से नॉर्मल से ज्यादा पसीना निकलता है, तो यह हाइपरहाइड्रोसिस नाम की बीमारी हो सकती है। इससे ग्रस्त लोगों में पसीने की ग्रंथि बहुत ज्यादा सक्रिय होती है।
पसीना कंट्रोल करने के उपाय-
बेकिंग सोडा-गरम पानी में थोड़ा सा बेकिंग सोडा मिलाकर उसमें 2-3 मिनट के लिए हाथों और तलवों को डुबोएं। इस घोल के इस्तेमाल से कई घंटों तक पसीना नहीं आएगा।
टैल्‍कम पाउडर- हथेलियों में हल्का पसीना आता है तो, टैल्‍कम पाउडर लगाइए ।
टी बैग- एक कटोरे में पानी डाल कर उसमें 4-5 टी बैग डालिए और उसमें अपनी हथेलियों को भिगो दीजिए। यह हाथों का पसीना कंट्रोल करेगी।
मेडिटेशन- मेडिटेशन से रोग दूर होते हैं। ज्यादा पसीना तभी निकलता है जब आप स्‍ट्रेस में हों। योग और ध्यान से आप अपने स्ट्रेस के लेवल को कम करके पसीने को रोक सकते हैं।

खानपान में सुधार- पसीना रोकने के लिए डाइट में सुधार जरूरी है। लहसुन, प्याज और मसालों को खाने से पसीना ज्यादा बहता है, इसलिए इनका सेवन कंट्रोल में रह कर करें। टमाटर का रस भी रोजाना पीने से इससे राहत मिलती है।
खाना खाते समय क्यों आता है पसीना
कई लोगों को तीखा मसालेदार खाना पसंद है, इसलिए पसीना आता है। कई लोगों को नार्मल खाना खाते समय भी पसीना निकलता है। अक्सर लोग इसे नज़रअंदाज़ करते हैं, लेकिन ये समस्या परेशानी बन सकती है। खाते समय पसीना आना हाइपरहाइड्रोसिस की बीमारी होने का खतरा है। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो डॉक्टर से सलाह लें ।
कड़ी ठंड में भी आ रहा है पसीना तो हल्के में न लें
अगर आपको भी सर्दी में एकाएक पसीना आता है तो इसकी क्या वजह हो सकती है। यहां जानिए
सर्दियों में क्यों आता है पसीनाकड़ाके की सर्दी में बिना एक्सरसाइज के भी पसीना आ रहा है तो संभल जाने की जरूरत है। आइए जानते हैं सर्दी में भी पसीना आए तो किस बीमारी के संकेत हो सकते हैं।
लो ब्लड प्रेशर- सर्दी में पसीना आना लो ब्लड प्रेशर का संकेत है। जिससे हार्ट अटैक हो सकता है। सर्दियों में लो ब्लड प्रेशर के चलते दिल तक ब्लड पहुंचाने वाली धमनियों में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा होने पर वह बंद होने लगती हैं। ऐसे में पसीना आता है और हार्ट रेट बढ़ जाता है। ऐसे में डॉक्टर को दिखाना चाहिए वरना हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
लो शुगर लेवल- ठंड में पसीना आने का कारण शरीर में शुगर लेवल की कमी भी है। इंसान का नार्मल शुगर लेवल खाली पेट 1 डेसीलीटर खून में करीब 70 से 100 मिलीग्राम होना चाहिए। लेकिन इससे कम होने पर पसीना आना शुरू हो जाता है जो शरीर में शुगर कम होने का संकेत देता है। यह स्थिति शुगर के मरीज के लिए खतरनाक होती है।
मेनोपॉज- करीब पचास साल की महिलाओं को सर्दियों में पसीना आ रहा है तो ये मेनोपॉज के संकेत हैं। दरअसल, मेनोपॉज की शुरुआत में हार्मोनल गतिविधियों के चलते ज्यादा पसीना आता है।मोटापा- मोटापा एक बड़ी वजह है जिसके चलते सर्दियों में भी लोगों को पसीना आता है। शरीर में ज्यादा कोलेस्ट्रॉल भी इसका एक कारण हो सकता है।
रात में ज्यादा पसीना आने की समस्या से परेशान हैं?
रात में सोते वक्त ज्यादा पसीना आता है तो अलर्ट हो जाइए, ये हेल्थ के लिए ठीक नहीं है। कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमण में भी रात में ज्यादा पसीना आने को एक लक्षण के तौर पर देखा जा रहा है। रात को सोते समय पसीना आना सामान्य नहीं है। सोते समय बॉडी टेम्परेचर में बदलाव इसका कारण हो सकता है।
किस वजह से रात में अधिक पसीना आता है
बहुत ज्यादा तनाव लेने की वजह ब्लड प्रेशर बढ़ता है जो रात में ज्यादा पसीना आने का कारण हो सकता है। दवाइयों के सेवन के कारण भी ज्यादा पसीना आ सकता है, कुछ दवाएं दिमाग के उन हिस्सों पर असर डालती हैं, जो बॉडी टेम्परेचर को कंट्रोल करती है। इन दवाइयों के कारण रात को ज्यादा पसीना आ सकता है।
बच्चे को ज्यादा पसीना आता है तो इग्नोर न करें
कुछ बच्चे ठंड के मौसम में भी पसीने से तरबतर रहते हैं। सर्दी में पसीना आना कोई सामान्‍य बात नहीं है और बच्चों में तो ऐसा होना और भी ज्यादा चिंता की बात है।
बच्चों को क्यों आता है पसीना
सर्दी के मौसम में बहुत हल्का पसीना आता है। छोटे बच्चों को पसीना इसलिए आता है क्योंकि वे एक ही करवट में घंटों सोते हैं। यही कारण है कि उनके नाक, माथे और सिर से पसीना आता है। ऐसा रात को सोते समय ज्यादा होता है।