30 तक बढ़ाई प्रवेश तारीख, तीन माह पिछड़ेंगे कोर्स
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय ने अध्ययनशालाओं, विभागों और संस्थानों में एडमिशन बढ़ाने के लिए फिर प्रवेश की तारीख को आगे बढ़ा दिया है। अब विद्यार्थी 30 सितंबर तक प्रवेश ले सकेंगे। इधर, प्रवेश प्रक्रिया इतनी लंबी होने की वजह से नए एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों के कोर्स लगभग तीन महीने पिछड़ जाएंगे। ऐसी स्थिति में शिक्षा सत्र को समय पर पूरा करवाना भी आने वाले समय में विश्वविद्यालय के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने हाल ही में सभी अध्ययनशालाओं, संस्थानों और विभागों में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश की तारीख में वृद्धि करते हुए प्रवेश की आखिरी तारीख 30 सितंबर निर्धारित की है। इसमें प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी विस्तृत जानकारी के लिए संबंधित अध्ययनशाला, संस्थानों एवं विभागों में संपर्क कर प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए विद्यार्थी पूर्व की तरह एमपी ऑनलाइन के माध्यम से प्रवेश शुल्क जमा कर सकेंगे। साथ ही स्नातक एवं स्नातकोत्तर के तीसरे, पांचवें और सातवें सेमेस्टर में अध्ययनरत विद्यार्थी भी 30 सितंबर तक ऑनलाइन के माध्यम से शुल्क जमा कर सकेंगे। इधर, अध्ययनशालाओं, संस्थानों एवं विभागों में प्रवेश ले चुके विद्यार्थियों की कक्षाएं लगभग डेढ़ से दो माह पहले ही शुरू हो चुकी है।ऐसी स्थिति में अगर कोई नया विद्यार्थी सितंबर के आखिरी दिनों में प्रवेश लेता है तो उसका कोर्स पूरा करवाना, सेमेस्टर अंतराल का पालन करते हुए समय पर परीक्षाएं कराना सहित अन्य कई चुनौतियों से विश्वविद्यालय को जूझना पड़ेगा। उदाहरण के तौर पर यदि कोई विद्यार्थी 30 सितंबर को प्रवेश लेता है तो पूर्व में प्रवेश ले चुके विद्यार्थियों की तुलना में वह पढ़ाई में दो से तीन माह पीछे हो जाएगा।
अतिरिक्त व विशेष कक्षाओं से की जाएगी पूर्ति-
कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट में लाखों की संख्या में विद्यार्थियों ने विक्रम विवि का चयन किया है। शासन से भी प्रवेश प्रक्रिया की तारीख बढ़ाई है। इसलिए विद्यार्थियों को 30 सितंबर तक प्रवेश प्रक्रिया का मौका दिया गया है। बाद में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई की पूर्ति अतिरिक्त और विशेष कक्षाओं के माध्यम से की जाएगी। शिक्षा सत्र को भी समय पर पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। -डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा, कुलानुशासक, विक्रम विश्वविद्यालय