बाढ़ से बचाव के लिए पांच हेलिकाप्टर रहेंगे तैनात: सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा-सतर्क रहें और सावधानी बरतें
भोपाल । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिए मध्य प्रदेश में सेना के पांच हेलिकाप्टर तैनात रहेंगे। जहां भी आवश्यकता होगी, इन्हें तुरंत भेजा जाएगा। अभी वर्षा रुकी हुई है लेकिन सतर्क रहें और सावधानी बरतें। बचाव दल की टीमें तैनात रहें। उन्होंने यह निर्देश बाढ़ प्रभावित जिलों के कलेक्टरों को मंगलवार देर रात वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ की स्थिति की जानकारी लेते हुए दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित जिलों में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कर्तव्यनिष्ठ टीम के रूप में बेहतर कार्य किया है। सबको सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता है। सेना के पांच हेलिकाप्टर बाढ़ के बचाव कार्य के लिए तैनात रहेंगे। उन्होंने विदिशा, गुना, मुरैना, देवास, राजगढ़, मंदसौर, भिंड, ग्वालियर और श्योपुर कलेक्टर से बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली। विदिशा ने बताया कि कुरवाई में बाढ़ की समस्या बनी हुई है। शहर में पानी भरा है। वहीं, मुरैना कलेक्टर ने कहा कि कोटा बैराज के सभी छह गेट खुले हुए हैं। अभी पानी और बढ़ने की संभावना है। राजगढ़ कलेक्टर ने बताया कि दो गांव पानी से घिरे हुए हैं लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। गुना कलेक्टर ने कहा कि जिले में आठ टीमें सर्तक होकर कार्य कर रही हैं। मंदसौर कलेक्टर ने कहा कि लगभग चार सौ कधो मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। श्योपुर कलेक्टर ने कहा कि पार्वती और चंबल नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। मुख्यमंत्री ने बुधवार सुबह 10 बजे बाढ़ से हुई क्षति के बाद व्यवस्थाओं को पुनर्स्थापित करने के लिए कार्ययोजना तैयार करने के संबंध में बैठक बुलाई है। इसमें कृषि उत्पादन आयुक्त समेत सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव को बुलाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने अपने जीवन में भोपाल और आसपास के इलाकों में बेतवा व नर्मदा बेसिन में ऐसी बारिश नहीं देखी। भयानक बारिश के कारण नदियां उफान पर रहीं। बांध के गेट भी खोलना पड़े। इससे बाढ़ की स्थिति बन गई। कई गांव पानी में डूबे हुए हैं। लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए हमको बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मैंने भी कई जिलों का दौरा किया और लोगों को सुरक्षित निकाला। हमने दो दिन में 4300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था और रेस्क्यू कर 2100 से ज्यादा लोग निकाले गए हैं। वे बोले कि अभी तत्काल में भारी बारिश की संभावना नहीं है लेकिन एक कम दवाब का क्षेत्र और बन रहा है। अब हम सतर्क हैं।