उदयपुर। उदयपुर विकास प्राधिकरण (यूडीए) ने लगातार दूसरे दिन मंगलवार को अवैध कब्जों के खिलाफ कार्रवाई की। अब तीतरड़ी, बलीचा और कानपुर में अपनी 1.25 लाख वर्गफीट की 4 जमीनों से अतिक्रमण हटाया। इन जमीनों की कीमत 30 करोड़ रुपए से अधिक है। आयुक्त राहुल जैन ने बताया कि तीतरड़ी में यूआईटी की प्लानिंग है। यहां 60 फीट रोड की जमीन पर तारू गमेती ने 2 कमरे और बाउंड्री का निर्माण कर लिया। इसे हटाने के लिए नोटिस दिया गया। इसके बाद भी निर्माण नहीं हटाया गया। इसी इलाके में यूआईटी की 1 लाख वर्गफीट जमीन पर भूमाफियाओं ने बाउंड्रीवाल और कोटड़ियां बनाकर कब्जा कर लिया था। इसकी कीमत 25 करोड़ रुपए है। इसी तरह बलीचा में बिलानाम जमीन पर मंगला व्यास ने टीनशेड लगाकर अतिक्रमण कर लिया। कानपुर में हीरालाल व्यास ने चारदीवारी बनाकर प्लानिंग का रास्ता बंद कर दिया। तहसीलदार डॉ. अभिनव शर्मा ने टीम के साथ सुबह 11 बजे से कब्जे हटाने की कार्रवाई शुरू की। शाम तक चारों जमीनों से सभी कब्जों को कहीं बाउंड्रीवॉल तो कहीं बने कमरे। जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। कार्रवाई के दौरान भू-अभिलेख निरीक्षक अभय सिंह चुंडावत, विजय नायक, भरत हथाया, अभिमन्यु सिंह, पटवारी हितेंद्र सिंह तंवर और होमगार्ड जाब्ता मौजूद रहा। बता दें कि सोमवार को यूडीए ने डबोक के धूणीमाता में कार्रवाई की थी। यहां एक खातेदार ने अपनी जमीन के पास पड़ी यूडीए की 8 हजार वर्गफीट भूमि पर कब्जा कर लिया था। बाउंड्री और फाटक लगाकर उसे खुद की जमीन में शामिल कर ली। यूडीए ने अतिक्रमण हटाकर जमीन अपने कब्जे में ली थी।