राजपूत समाज महासम्मेलन 2025एवं ऐतिहासिक शौर्य यात्रा में उमड़े समाज जन

राजपूत समाज महासम्मेलन 2025एवं ऐतिहासिक शौर्य यात्रा में उमड़े समाज जन


 राष्ट्र रक्षा के लिए राजपूत समाज के पूर्वजों ने हमेशा संघर्ष किया है जो आज भी आदर्श प्रेरणादायी है-महाराणा विश्वराज सिंह मेवाड़

 


नीमच।  राष्ट्र की रक्षा के लिए राजपूत समाज के पूर्वजों ने क्रांतिकारी संघर्ष किया है जो आज भी प्रेरणादायक है। जब जब क्षत्रिय समाज को आत्म सम्बल का प्रोत्साहन मिलता है तो नया इतिहास बनता है। प्राचीन काल में आक्रमणकारियों से देश की रक्षा के लिए पूर्वजों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है ।राजपूत समाज ने हमेशा 36 ही समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर राष्ट्रहित के लिए प्रयास किया है। यह बात एकलिंग नाथ के दीवान श्रीजी हुजूर महाराणा विश्वराज सिंह मेवाड ने कहीं। वे समस्त राजपूत संगठन जिला नीमच के तत्वाधान में राजपूत समाज महासम्मेलन में ऐतिहासिक शौर्य यात्रा के उपलक्ष्य में सोमवार 2 जून को दोपहर 3 बजे दशहरा मैदान नीमच पर आयोजित सभा में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि

बुजुर्गों का आशीर्वाद सदैव राजपूत समाज को मिलता रहा है। राजपूत समाज न्याय और सुविधा के लिए सदैव प्रयत्नशील रहा है। पूर्वजों की संस्कृति की विरासत की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है। नाथद्वारा की सांसद मेवाड़ की महारानी साहिबा  महिमा कुमारी जी मेवाड़ ने कहा कि राजपूत समाज में राष्ट्र रक्षा के संघर्ष में मातृशक्ति ने भी सदेव सहयोग किया है चित्तौड़गढ़ की पन्नाधाय मीरा ,रानी पद्मिनी का बलिदान भी आदर्श संस्कार का प्रतीक है। कुंभलगढ़  को देखकर दुःख लगता है ।समय के साथ बदलाव हो रहा है। बदलाव के लिए हम सबको मिलकर बदलाव लाना होगा ।क्षत्रिय समाज की यात्रा से बहुत अच्छा लगता है पूरा समाज एक परिवार जैसा है। पुरानी संस्कृति को फिर से शौर्य यात्रा जगाती है ।छत्तीस वर्ग को साथ लेकर राष्ट्र  विकास की अवधारणा पर आगे बढ़ना होगा। भाषण देने और मूर्ति लगाने से थोड़ा बहुत परिवर्तन आता है मातृशक्ति की पुरानी पोशाक संस्कृति का परिचायक है ।मेवाड़ का इतिहास वीरता त्याग भक्ति शौर्य का रहा है पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी अपना योगदान दिया है। हाड़ा रानी इसका प्रतीक है। मेवाड़  राज शासन के तिलक के लिए आज भी संघर्ष जारी है। हमने हार नहीं मानी है। महाराणा प्रताप के आदर्शों का पालन कर हम राष्ट्र  विकास को आगे बढ़ाएंगे। प्रताप के संस्कारों का पालन करेंगे तभी सही श्रद्धांजलि हो सकती हैं। संघर्ष सभी के जीवन में होता है। सत्य को आगे लाना बहुत जरूरी है ।मेवाड़ मालवांचल  के सभी लोग मेरा परिवार है। रावत देवव्रत सिंह चुण्डावत सलूंबर ने कहा कि सामाजिक एकता के बिना किसी भी समाज का विकास नहीं हो सकता है। सभी वर्गों को संगठित होकर आगे बढ़ना होगा। बप्पा रावल का इतिहास आज भी प्रासंगिक है ।उन्होंने दुश्मनों से संघर्ष किया वह आज भी  अविस्मरणीय है।

विधायक ठाकुर दिलीप सिंह परिहार ने कहा कि मध्य प्रदेश में 1857 की क्रांति में अंग्रेजों के खिलाफ पहली गोली नीमच की धरती पर चली थी जो आज भी हमें देश की रक्षा के लिए एक अलग ऊर्जा प्रदान करती है। राष्ट्र की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप ने जंगलों में अनेक कष्ट देखे लेकिन आजादी को नहीं छोड़ा।  

महाराज रणधीर सिंह जी भिंडर ,पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, विजयेन्द्र सिंह मालाहेड़ा, ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर नगर पालिका उपाध्यक्ष  प्रतिनिधि ठाकुर करन सिंह परमाल, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भेरू सिंह चौहान, श्रीमती रेवती तोमर, श्रीमती शैलेंद्र सांवत सिंह चौहान, श्रीमती सुचित्रा दिलीप सिंह परिहार, जिला राजपूत समाज मंदसौर की जिला अध्यक्ष एवं करणी सेना परिवार की प्रदेश प्रभारी श्रीमती दुर्गेश कुंवर डॉक्टर बी एस भाटी, आदि भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

शौर्य यात्रा में जहां धर्म है वहां जहां क्षत्रियत्व हैऔर जहां क्षत्रिय हैं वहां गौरव है,राजपूत संस्कृति का गौरव स्वाभिमान और संगठन के उद्देश्य को लेकर समस्त राजपूत संगठन जिला नीमच के तत्वाधान में राजपूत समाज का महासम्मेलन 2025 एवं ऐतिहासिक शौर्य यात्रा का आयोजन  सोमवार 2 जून  को सुबह 9 बजे नीमच नगर में  आयोजित किया गया। शौर्य यात्रा का शुभारंभ ग्वालटोली  स्पेनटा पेट्रोल पंप स्थित महाराणा प्रताप स्टैचू पर माल्यार्पण कर किया गया। इसके साथ ही ढोल ढ़माकों  डीजे एवं केसरिया ध्वजा के साथ राजपूत समाज की शौर्य यात्रा प्रारंभ हुई। जो डाक बंगला चौराहा होते हुए नीमच सिटी पहुंची जहां से यात्रा सिटी रोड फव्वारा चौक नया बाजार घंटाघर तिलक मार्ग पुस्तक बाजार टैगोर मार्ग विजय टाकिज  चौराहा होते हुए दशहरा मैदान पर पहुंचकर राजपूत समाज महासम्मेलन 2025 सभा में परिवर्तित हो गई।

 क्षत्रिय राजपूत महासभा के  अध्यक्ष हिम्मत सिंह, रणजीत सिंह तंवर बबली ने बताया कि शौर्य यात्रा कार्यक्रम में  मंदसौर के पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार के मार्गदर्शन में  मुख्य व विशेष अतिथियों द्वारा महाराणा प्रताप स्टैचू पर माल्यार्पण किया गया ।इसके बाद शोर्य यात्रा प्रारम्भ हुई। जो नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई दशहरा मैदान पर पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हुई । शौर्य यात्रा में सबसे आगे बैंड बाजे व डीजे पर महाराणा प्रताप के जीवन चरित्र पर आधारित महाराणा प्रताप कठे वो चेतक रो असवार कटे.... सहित विभिन्न गीतों की स्वर लहरियां बिखर रही थी। पांच घोड़ो पर महाराणा प्रताप सहित उनके पांच सैनिक हाथों में भगवा ध्वज लिए चल रहे थे। महाराणा प्रताप का अभिनय रमेश किलौरिया ने निभाया। राजपूत समाज के सैकड़ों युवा हाथों में भगवा ध्वज लिए बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार थे। उदयपुर मेवाड़ राजघराने से आए स्पेशल सैनिक मेवाड़ का प्रतीक चिन्ह सूरज और ढाल तलवार व स्वर्ण छतरी लिए पैदल चल रहे थे। इसके साथ ही समाज जन मेवाड़ी पगड़ी पहने भी चल रहे थे।  यात्रा में दो ऑटो में जल सेवा रथ भी चल रहे थे। यात्रा का मार्ग में यादव मंडी चौराहा पर नीमच सिटी पर लायंस क्लब, पिपली चौक पर दिलीप सिंह सिसोदिया,सिटी चौराहे पर श्रीराम प्रभात फेरी भक्त मंडल के राम मंदिर के पूर्व पुजारी पंडित रामेश्वर  पुरोहित, प्रताप स्टैचू सर्किल पर गाड़ी लोहार समाज के बापू लाल चौहान,

 दिनेश चौहान भेरूलाल चौहान, बारादरी चौराहे पर अखिल भारतीय

पूर्व सैनिक परिषद के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह परिहार, चतर सिंह गहलोत ,कमलेश नलवाया, नीमच सिटी मार्ग पर एडवोकेट सुरेश शर्मा, विनोद शर्मा, विद्यापति बालाजी मंदिर पर हेमलता परिहार, मीना चंदेल, लीना चंदेल, मनीष बैंस,कुडी बालाजी मंदिर पर रामचंद्र धनगर, कमल प्रजापति, विजेंद्र सिंह बैंस,नरसिंह मंदिर के समीप अग्रवाल समाज नीमच के अध्यक्ष ओमप्रकाश बंसल स्वतंत्र रोडलाइंस, दाना गली चौराहे पर भाजपा जिला अध्यक्ष वंदना खंडेलवाल हेमंत हरित, लोकेश चांगल,विजय टाकिज चौराहे पर नमो ग्रुप के रोशन वर्मा, 40 विद्युत केंद्र चौराहे पर गौ रक्षा समिति  के सोहनलाल छाजेड़ ,निर्मल देव नरेला, नागदा मेनारिया समाज के बाबूलाल नागदा, आकाश नागदा आदि ने  पुष्प वर्षा से अगवानी कर स्वागत किया। महासम्मेलन में

47 वर्ष पूर्व महेंद्र सिंह जी मेवाड़ मेवाड़ की धरा नीमच पर पधारे थे।

और अब इस कार्यक्रम में 47वर्षो बाद

एकलिंग नाथ के दीवान मेवाड़ महाराणा श्री जी हुजूर विश्वराज सिंह  जी मेवाड़, महारानी सा.महिमा कुमारी मेवाड़, महाराजा   रणधीर सिंह भिंडर, रावत देवव्रत सिंह सलूंबर, 

मंदसौर के पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, मनासा के पूर्व विधायक विजेंद्र सिंह  मालाहेड़ा अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष यशपाल सिंह बिलेश्वरी सहित राजपूत समाज के अन्य राष्ट्रीय प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी का विशेष एवं मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हो कर अतिथि के रूप में पधारें। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर के सनातन धर्म के  इतिहासकार प्रमुख वक्ता ओमेंद्र सिंह रत्नु ,राजवीर सिंह चलकोई बीकानेर ,सुरेंद्र सिंह शक्तावत नीमच ,करणी सेना के जीवन सिंह शेरपुर, राजस्थान करणी सेना प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर शिव प्रताप सिंह अपना मार्गदर्शन प्रमुख वक्ता के रूप में प्रदान किया। 

महासम्मेलन में राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी विशेष एवं मुख्य अतिथि के रूप में सहभागी बनें। सभी राजपूत सरदार राजसी परिधानों  सफेद कुर्ता और केसरिया साफा में सहभागी बनें।

कार्यक्रम का शुभारंभ भादवा माता एवं महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर  अतिथियों द्वारा किया गया।मुख्य समारोह आयोजन में  महाराजा भूपेंद्र सिंह मालाहेड़ा, जिला राजपूत समाज मंदसौर की जिला अध्यक्ष करणी सेना परिवार की प्रदेश प्रभारी श्रीमती दुर्गेश कुंवर डॉक्टर बी एस भाटी नाहरगढ़, श्रीमती सुचित्रा दिलीप सिंह परिहार,

मोहन सिंह शक्तावत, रणजीत सिंह शक्तावत, सामंत सिंह चौहान, गिरिराज सिंह तोमर, नाथू सिंह राठौड़, तेजपाल सिंह चुंडावत रूपपुरा, जगजीत सिंह आमली खेड़ा ,मनीष सिंह  शक्तावत लॉन्छ,  मोहन सिंह राणावत, गजेंद्र सिंह चौहान, राकेश सिंह नेमावर, धर्मेंद्र सिंह डीपी बना, कुंवर संदीप सिंह , कमल सिंह चुंडावत, जयपाल सिंह राणावत नरेंद्र सिंह पवार, शैलेंद्र सिंह चुंडावत, कीर्तिराज सिंह चुंडावत आदि उपस्थित थे । इस अवसर पर 50 से अधिक राजपूत समाज के वरिष्ठ लोगों को समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन इतिहासकार डॉक्टर सुरेंद्र सिंह शक्तावत दशरथ सिंह रामनगर सत्येंद्र सिंह पतलासी ने संयुक्त रूप से किया। तथा आभार डीपी बन्ना ने व्यक्त किया।