नीमच। शहर की नवगठित संगीत को समर्पित संस्था *सुर संगम म्यूजिकल ग्रुप*नीमच द्वारा अपने "गुलदस्ता* कार्यक्रम की सफलता के बाद ग्रुप के सदस्यों का वार्षिक मिलन कार्यक्रम स्थानीय रेस्टोरेंट में 25 मई, रविवार को संपन्न हुआ। जिसमें सपरिवार सम्मिलित ग्रुप के सदस्यों ने गीतों के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। जिसमें ऑपरेशन सिंदूर की सफलता भारतीय सेना के शौर्य को नमन करते हुए सदस्यों ने देश भक्ति गीतों की प्रस्तुतियां दी गई। कार्यक्रम व ग्रुप के संयोजक महेश जी शर्मा तथा सह संयोजक वीरेन्द्र दुबे तथा जीवन कौशिक द्वारा संकलित गीतों के ट्रेक पर सदाबहार गीतों पर स्वर लहरिया बिखेर कर सभी को आनंदित कर दिया ।ऑपरेशन सिंदूर व देश की सेना को समर्पित गीत -ए मेरे प्यारे वतन ए मेरे... की समूचे ग्रुप द्वारा सामूहिक प्रस्तुति ने वातावरण देशभक्ति पूर्ण कर दिया। फिल्म अभिनेता मनोज कुमार को भी उनके देशभक्ति फिल्मों व गीतों के लिए याद किया गया। ग्रुप के इस मिलन कार्यक्रम में देशभक्ति गीत ए मेरे प्यारे वतन ए मेरे.. की प्रस्तुति महेश शर्मा, वीरेंद्र दुबे, जीवन कौशिक ,प्रणीत जैन व अन्य साथियों द्वारा दी गई। सभी ने शहीदों को नमन भी किया. अन्य प्रस्तुतियों में रिमझिम गिरे सावन ..वीरेंद्र दुबे तथा
करवटें बदलते रहे... गौपाल गर्ग ख्वाबों में तुम ...राजकुमार लालवानी -आदमी जो कहता है आदमी जो सुनता..निर्मल जी जैन-पुकारता चला हूं मे गली .. कहानियां सुनाती है पवन आती जाती... पाठक जी .मेरा दिल भी कितना पागल...लोकेश सैनी,
रुक जाना ओ जाना हमसे .. महेश शर्मा,व श्रीमती शर्मा । बहुत प्यार करते हैं तुमसे... अनिल जैन। करवटें बदलते रहे... सतीश पाटीदार। तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल है... प्रणीत जैन । पल पल दिल के पास तुम रहती...डा.जीवन कौशिक
द्वारा दी गई। कार्यक्रम के मध्य इस पारिवारिक आयोजन में ग्रुप के सह संयोजक डॉ कौशिक व श्री अनिल जैन के जन्मदिन अवसर पर फुलहार से स्वागत कर। अंत में समूचे ग्रुप के साथियों ने चलते-चलते मेरे यह गीत याद रखना कभी अलविदा ना कहना की प्रस्तुति के साथ उपस्थितों का आभार व्यक्त किया।