ड्रोन हमले और आगजनी से बचाव व राहत कार्यों की मॉकड्रिल
उदयपुर। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार शनिवार को ऑपरेशन शील्ड के तहत मिलिट्री स्टेशन उदयपुर में नागरिक सुरक्षा पूर्वाभ्यास किया गया। इसमें मिलिट्री स्टेशन के आवासीय क्षेत्र में ड्रोन हमले और आगजनी का दृश्य तैयार कर राहत और बचाव कार्यों का पूर्वाभ्यास किया गया।
भारतीय सेना, जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार शाम 5 बजे पूर्वाभ्यास हुआ। इसके तहत ठीक 5 बजे मिलिट्री स्टेशन के आवासीय क्षेत्र में ड्रोन अटैक की सूचना जारी की गई। सैन्य मुख्यालय के बाद पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित किया गया। कंट्रोल रूम से प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों, अग्निशमन, सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ, स्काउट-गाइड, एनएसएस, चिकित्सा विभाग आदि को सूचना दी गई। देखते ही देखते सभी संबंधित संस्थान मय दल बल के गोवर्द्धन विलास स्थित सैन्य स्टेशन पर पहुंचे। ड्रोन हमले से आवासीय भवन को क्षति पहुंचने, आग लगने, कुछ लोगों के उसमें फसे होने के जीवंत दृश्य तैयार किए गए। अग्निशमन सहित सभी एजेंसियों ने तत्काल प्रभाव से राहत और बचाव कार्य किए। इसमें आग बुझाने से लेकर बिल्डिंग में फसे लोगों को विभिन्न संसाधनों से रेस्क्यू करने, घायलों को त्वरित प्राथमिक उपचार मुहैया कराने, अस्पताल में शिफ्ट करने जैसी गतिविधियों को अंजाम दिया गया।
मॉक ड्रिल के दौरान संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, आईजी राजेश मीणा, मिलिट्री स्टेशन के कमाण्डेंट वी नैयर, जिला कलक्टर नमित मेहता, पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल, एडीएम दीपेंद्रसिंह राठौड़, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त छोगाराम देवासी, गिर्वा एसडीएम सोनिका कुमारी, मुख्य अग्निशमन अधिकारी बाबूलाल चौधरी, सीएमएचओ डॉ अशोक आदित्य सहित सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।