तिलस्वां।सुप्रसिद्ध शिव धाम श्री तिलस्वां महादेव न्यायालय के आदेश पर पूर्णिमा के शुभ अवसर पर दान पात्र खोले गए । इससे पूर्व बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने दान पात्र खोलने का विरोध कर पुराना हिसाब सहित चुनाव को लेकर करीब दो घंटे दान पात्र को ट्रस्ट पदाधिकारी खोलने नहीं दिया पुलिस प्रशासन के बीच ग्रामीणों को न्यायालय के आदेश की पालना लेकर दानपात्र खोलने की सहमति बनी।
दान पात्र खोलने में जुटे ट्रस्टी तभी सैकड़ों लोगों ने ट्रस्ट के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।खासकर ट्रस्ट सचिव मांगी लाल धाकड़ के विरोध कर हिसाब सहित अन्य बातों को लेकर व्यक्तिगत नारेबाजी की । ज्ञात रहे तिलस्वां महादेव मंदिर में चल रहे ट्रस्ट और ग्रामीणों के विवाद के बाद देवस्थान विभाग के आदेश पर उपखंड अधिकारी अजीत सिंह राठौड़ द्वारा पूर्व में 3 सितंबर को बिजौलिया तहसीलदार को रिसीवर नियुक्त किया था।शनिवार को तिलस्वां मंदिर ट्रस्ट में रिसीवर नियुक्ति पर स्टे पर तिलस्वां मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष व सचिव को बिजौलिया तहसीलदार ललित डीडवानिया व तिलस्वां मंदिर रिसीवर ने जोधपुर हाईकोर्ट के जस्टिस फरजंद अली ने आठ नवंबर को आदेश जारी कर स्थगन आदेश जारी किया था जिसकी पालना करते हुए चार्ज ट्रस्ट को सौंपा गया इस मौके पर ट्रस्ट अध्यक्ष रमेश अहीर, सचिव मांगी लाल धाकड़, पुजारी नरेश पाराशर,ए एस आई नरेश शर्मा ग्रामीण श्याम लाल अहीर, भवानी राम अहीर, लादू लाल अहीर , चंकी कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे ।