नीमच । सीआरपीएफ फैमिली वेलफेयर एसोसिएशन ‘’कावा’’, सीआरपीएफ परिवारों के लिए समर्पित एक कल्याणकारी संस्था है, जो बल के परिवारों व उनके बच्चों के उत्थान के लिए सदैव तत्परता से काम करती है। बल के जवानों की फैमिली को किसी भी प्रकार की समस्या होने पर अथवा सहायता की आवश्यकता होने पर, वे निसंकोच ‘कावा’ से साझा कर सकते है, जिस पर तत्काल संज्ञान लिया जाता है। क्षेत्रीय कावा ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, डिजिटल साक्षरता मिशन, आत्मनिर्भर नारी, आजादी का अमृत महोत्सव, जैसे कार्यक्रमों को गति देने का सार्थक प्रयास किया है।
बताते चले कि बल मुख्यालय नई दिल्ली के निर्देशों के अनुसार ‘वेलनेस एजुकेशन इको सिस्टम’ योजना के अन्तर्गत क्षेत्रीय कावा की सदस्य महिलाओं एवं बच्चों को वर्ष में कम से कम एक बार समीप के ऐतिहासिक एवं शैक्षिक स्थलों का भ्रमण करवाया जाना है। इसी को ध्यान में रखते हुए ग्रुप कें डीआईजी श्री एस.एल.सी.खूप के कुशल निर्देशन में ऑफिसर्स लेडी वाइव्ज, कावा की सदस्य महिलाओं एवं बच्चों के पर्यटन दल की बस को शनिवार को प्रात: ग्रुप केंद्र के परिवार कल्याण केंद्र से श्री राजेश कुमार सिंह, कमांडेंट की धर्मपत्नी श्रीमती मोना सिंह ने हरि झंडी दिखाकर रवाना किया। पर्यटक दल ने चित्तौड़गढ़ पहॅूचकर वहां के सुप्रसिद्ध, ऐतिहासिक एवं प्रमुख दर्शनीय स्थलों का शैक्षिक भ्रमण किया। हालाँकि चित्तौड़गढ़ की प्राचीनता का पता लगाना कठिन कार्य है, तथापि ऐसा माना जाता है कि यह महाभारत काल से अस्तित्व में है। चित्तौड़गढ़ वीरभूमि है, जिसने समूचे भारत के सम्मुख शौर्य, देशभक्ति एवं बलिदान का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। यहाँ का कण-कण हम सब में देशप्रेम की लहर एवं जोश पैदा करता है। यह हमारी ऐतिहासिक विरासत है। यहां पहाड़ी पर देश का गौरव राजपूताने का सुप्रसिद्ध चित्तौड़गढ़ का किला है। चित्तौड़गढ़ का दुर्ग, रानी पद्मिनी का महल, विजय स्तम्भ, कीर्ति स्तंभ, महाराणा कुंभा के महल, मीराबाई का मंदिर, महासती - जौहर स्थल, तुलजा भवानी का मंदिर, सूरज पोल, पदम पोल, कालिका माता का मंदिर, कुम्भस्वामी का मंदिर, गोरा - बादल की घुमरें, सूरज कुण्ड, गौमुख कुण्ड आदि प्रमुख दर्शनीय स्थल है।
चित्तौड़गढ़ के इन सुप्रसिद्ध, ऐतिहासिक एवं दर्शनीय स्थलों का भ्रमण करने के उपरांत सायंकाल को क्षेत्रीय कावा का पर्यटक दल वापस कैम्पस में सकुशल लौटा, जिसमें सम्मिलित सभी महिलाओं एवं बच्चों ने इस सांस्कृतिक, शैक्षिक, अद्भुत, अद्वितीय एवं अविस्मरणीय पर्यटन यात्रा का भरपूर आनंद लिया।