नीमच।स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन के अंतर्गत आयोजित हुआ। जिला चिकित्सालय नीमच की मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. स्वाति बधवा ने छात्राओं को विपरीत परिस्थितियों में आने वाले तनाव से कैसे बचा जाए। यदि कोई भी ऐसी समस्या जिसे वह अपने घर या दोस्तों में बात नहीं पा रही हो तो "मनहित" हेल्पलाइन पर समस्या को बात कर उपचार का सकते हैं। किसी भी कारण यदि विद्यार्थी अच्छे अंकों से उत्तीर्ण ना हुआ हो या उस बार-बार असफलता प्राप्त हो रही है तो वहअवसाद में आकर आत्महत्या का कदम भी उठा लेता है। यदि सही समय पर व्यक्ति की काउंसलिंग की जाए एवं उसके व्यवहार में अचानक आए परिवर्तन को परिवार के सदस्य एवं दोस्त पहचान जाएं तो उसे इस डिप्रेशन से निकाला जा सकता है । सामान्यतः परीक्षा के समय विद्यार्थियों में एंजायटी एवं फोबिया देखने को मिलता है। इस समस्या से बचने के लिए विद्यार्थी अपना पढ़ाई का शेड्यूल तैयार करें। भरपूर नींद ले। मोबाइल से दूर रहे, नए टॉपिक हमेशा सुबह याद करें एवं रिवीजन सोने से पहले याद करें। हेल्दी भोजन को ग्रहण करें। सोते समय हल्के रंगों की बेडशीट का इस्तेमाल करें। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. एन. के. डबकरा ने छात्राओं को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में संबोधित किया। कार्यक्रम प्रभारी डॉ. रश्मि हरित ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने अपने प्रश्न पूछ कर अपनी समस्याओं का निराकरण पाया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. रश्मि वर्मा श्री हीर सिंह राजपूत श्रीमती मीनू पटेल डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, सुश्री तन्वी सक्सेना, श्रीमती संगीता शर्मा एवं महाविद्यालय की छात्राएं उपस्थिति रही।