झाबुआ बाल कल्याण समिति की पहल से मुक्त हुई आदिवासी बालिका

झाबुआ बाल कल्याण समिति की पहल से मुक्त हुई आदिवासी बालिका

 


मुस्लिम युवक नाम बदलकर लव जिहाद करते हुए बालिका को करता रहा गुमराह

झाबुआ/थांदला -  कथित झूठे प्रेम जाल में फसाकर जबरन अपने साथ ले जाई गई नाबालिक आदिवासी बालिका को बाल कल्याण समिति व्दारा पुलिस के सहयोग से आरोपी जहाॅंगीर के कब्जे से मुक्त करवाकर परिजनों के सूपूर्द कर किया ।जिले के सूदूर राजस्थान सीमा से लगे गाॅंव की नाबालिग आदिवासी बालिका विगत माह परिजनों के साथ मजदूरी करने भवानी मण्डी राजस्थान गई थी। जहाॅं पश्चिम बंगाल कूच बिहार निवासी जहाॅंगीर खाॅंन मुस्लिम युवक निर्माण कार्य (कारीगरी ) मजदूरी कार्य करता था । जिसने आदिवासी बालिका को बहला फूसलाकर अपने साथ भगा ले जाने का शडयंत्र करते हूए अपने प्रेम जाल में फसाया तथा अपना धर्म व नाम छिपाते हूए अपने को हिन्दू नाम जागींदे बताया । जेहादी जहाॅंगीर ने बालिका से उसका मोबाईल नम्बर लेकर उसके साथ सम्पर्क करता रहा । इसी दौरान बालिका अपने परिवार के साथ गाॅंव आ गई थी । वही जहाॅंगीर बालिका को अपने साथ ले जाने के लिये उसे उचे ख्वाब दिखा कर बहलाता रहा। और निकटतम रेल्वे स्टेशन थांदला रोड बुलवाकर अपने साथ पश्चिम बंगाल गृह ग्राम ले गया और जहाॅंगीर व उसके परिवारजन बालिका का निकाह कराने के प्रयास में थे । उसे बुर्खा पहनने के लिये  दिया। जिसे बालिका ने पहनने से इंकार किया बालिका को वहाॅं समझ में आया की उसके साथ धोखा हूआ है । उसने बुर्खा पहनने से इंकार करते हूए । रोते बिलखतें अपने घर जाने की मिन्नते की जेहादी जहाॅंगीर ने बालिका पर दबाव बनाया की मेरे पास रूपये पैसे नही है । तेरे पिता से रूपये बुलवा तब मैं तुझे छोड दॅूंगा। इस पर बालिका ने मोबाईल से अपने पिता से सम्पर्क कर जहाॅंगीर के बताये बैंक खातें के माध्यम से कूछ रूपये भेजे। फिर भी वह उसे छोडने को तैयार नही हूॅंआ ।

इधन बालिका के पिता ने जिहादी का पता ठिकाना लगाने के लिये भवानीमण्डी जाकर जहाॅंगीर के साथ कार्य करने वाले अन्य मजदूरो की तलाश कर उनके माध्यम से जहाॅंगीर का पता ठिकाना लेकर बालिका का पिता गाॅंव के कूछ लोगो को साथ लेकर पश्चिम बंगाल कूच बिहार गया। और वहाॅं के पुलिस थाने में जाकर अपनी पुत्री परिवर्तित नाम (काली) को जेहादी से बरामद करने की गुहार लगाई । इस पर पश्चिम बंगाल पुलिस ने तत्परता से जहाॅंगीर के यहाॅं दबिष देकर बालिका काली को बरामद किया । इस दौरान जहाॅंगीर मौके से फरार हो गया ।

बालिका काली नाबालिग होने से उसे कूच बिहार बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करते हूए बालिका के पिता को अपने क्षैत्र के पुलिस थाने में जाकर एफ.आई.आर दर्ज कराने की समझाइश देते हूए बालिका को वहाॅं के नारी सुधार गृह में भेज दिया । बालिका के पिता ने स्थानिय पुलिस थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट दिनांक 04.07.2023 को दर्ज कराई ।

जिला बाल कल्याण समिति के संज्ञान में उपरोक्त तथ्य आने पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अशोक अरोरा , सदस्य प्रदीप जैन, महेन्द्र राठोर,बेला कटलाना, विजय चैहान ने तत्परता दिखातें हूए पश्चिम बंगाल कूच बिहार बाल कल्याण समिति से आवशयक जानकारीयाॅं जुटाकर सामाजिक जाॅंच रिपोर्ट आदी दस्तावेज बालिका के परिजनों से प्राप्त कर। वहाॅं की बाल कल्याण समिति को भेजते हूए बालिका को पुलिस संरक्षण में झाबुआ भिजवाने का आदेश निर्देश प्रसारित किया ।

प्रकरण अंतर प्रातीय दूरस्थ क्षैत्र से सबंधित होने से अंततः पश्चिम बंगाल पुलिस के व्दारा अपने संरक्षण में आदिवासी बालिका को लाकर आदिवासी दिवस पर बाल कल्याण समिति झाबुआ के समक्ष प्रस्तुत किया । समिति व्दारा बालिका के माता- पिता को बुलवाकर तत्परता के साथ उसी दिन सूपूर्द किया । परिजनों ने खुशी जाहिर करते हूए बाल कल्याण समिति पश्चिम बंगाल पुलिस बल के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। बाल कल्याण समिति व्दारा जहाॅंगीर के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर गिरफतारी किये जाने पुलिस      अधिक्षक झाबुआ को लेख बद्ध किया गया ।