कैबिनेट मंत्री सखलेचाजी के निर्देश ठेंगे पर रखते हैं प्रशासनिक अधिकारी - भानुप्रताप सिंह

कैबिनेट मंत्री सखलेचाजी के निर्देश ठेंगे पर रखते हैं प्रशासनिक अधिकारी - भानुप्रताप सिंह

 


काँग्रेस नेता भानुप्रताप का तथ्यात्मक आरोप -

: छब्बीस माह पहले जिला चिकित्सालय के मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश पर अभी तक  अमल नहीं

:छत्तीस महीनों पहले ब्लड सेपरेशन यूनिट दो माह में शुरू करने की घोषणा धूल खा रही है और कोई ध्यान नहीं दे रहा

नीमच । नीमच जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष और नीमच विधानसभा क्षेत्र के सक्रिय नेता भानुप्रताप सिंह राठौड़ भटखेड़ा ने तथ्यों के आधार पर आरोप लगाया हैं कि कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा जनता को भरमाने के लिए लोकलुभावन निर्देश जारी करते रहतें हैं लेकिन उन पर कोई अमल नहीं होता हैं । प्रशासनिक अधिकारी उनके निर्देशों को ठेंगे पर रखते हैं । इसी कारण जन हितों के कार्य समयबद्धता के साथ पूरे नहीं हो पा रहें हैं ।

यहॉं जारी एक बयान में श्री राठौड़ ने कहा कि , वैसे मंत्रियों के निर्देशों को संबद्ध अधिकारी किस तरह ठेंगे पर रखकर उनके दायरे और सीमाएं उजागर करते रहे हैं इसके ढेरों  प्रमाणिक उदाहरण जिले में हम सामने रख सकते हैं लेकिन प्रसंगवश फिलहाल हम बात हम जिला चिकित्सालय नीमच पर ही केंद्रित करें तो भी ऐसे कई  पुख्ता उदाहरण सामने है जो मंत्रीजी के आदेशों की अवहेलना की स्पष्ट पुष्टि करते हैं ।

श्री राठौड़ ने कहा कि , इस संदर्भ में कथित प्रभावी कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कोरोना संक्रमण के सबक का हवाला देते हुए जिला चिकित्सालय नीमच में सुधार हेतु दिए गए निर्देशों का उल्लेख किया जा सकता हैं । ध्यान दें कि श्री सखलेचा ने भावी चुनौतियों और परिष्कृत आवश्यकताओं के मद्देनजर जिला चिकित्सालय नीमच के विकास का दावा करते हुए सम्बद्ध विभाग के अधिकारियों को आगामी 50 वर्षों की जरूरतों तथा चिकित्सा क्षेत्र के नये विकास को ध्यान में रख कर मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश जून 2021 में दिए थे ।

श्री राठौड़ ने कहा कि , नीमच में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल के रूप में भी जिला चिकित्सालय का सुनियोजित विकास अनिवार्य हैं । इस लिहाज से श्री सखलेचा के निर्देश पर शीघ्र अमल होना चाहिए था । किंतु छब्बीस माह बीत जाने के बाद अभी तक भी जिला चिकित्सालय का मास्टर प्लान बन कर तैयार नहीं हुआ हैं और कब तक तैयार हो पायेगा कोई यह बताने की स्थिति में भी नहीं हैं । मास्टर प्लान की बात तो छोड़िए जिला अस्पताल में व्यवस्थागत मामूली सुधार पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं और आये दिन जनता को परेशानियां भोगनी पड़ रही हैं ।

श्री राठौड़ ने कहा कि ब्लड सेपरेशन यूनिट को लेकर भी यही स्थिति हैं । कैबिनेट मंत्री श्री सखलेचा ने 03 सितंबर 2020 को यह स्पष्ट घोषणा की थी कि , दो माह में जिला चिकित्सालय में ब्लड सेपरेशन यूनिट शुरू कर देंगे । उन्होंने यहां तक कहा था कि अगर राज्य शासन इसके लिए मंजूरी नहीं देगा तो निर्वाचित जन प्रतिनिधि अपनी विकास निधि से धन आवंटन कर हर हाल में यूनिट प्रारम्भ कर देंगे ।

श्री राठौड़ ने कहा कि इस घोषणा को 36 माह बीत गए हैं । नीमच ज़िले ने इस दौरान 12 अगस्त को रक्त दान का विश्व कीर्तिमान भी बना दिया हैं लेकिन ब्लड सेपरेशन यूनिट आज तक भी शुरू नहीं हो पाई हैं । यह हो सकता है कि इस बारे में कुछ तकनीकी समस्याएं रही हो लेकिन अगर मंत्री होने के बावजूद यदि 36 महीनों में भी अनुकूलताएं निर्मित कर ब्लड सेपरेशन यूनिट की घोषणा पूरी नहीं हो पाए तो मंत्रीजी के कथनों का क्या अर्थ और विश्वसनीयता हो सकती हैं..? 

श्री राठौड़ ने कहा कि , श्री सखलेचा ने जिला चिकित्सालय में रिक्त चिकित्सकों की पूर्ति के लिये भी अनेकों बार घोषणाएँ की हैं किंतु आज तक वह भी अधूरी ही हैं । ऐसे सभी प्रामाणिक तथ्यों से यह स्पष्ट हैं कि भाजपा शासनकाल में प्रशासनिक मशीनरी पूरी तरह हावी है और निर्वाचित जन प्रतिनिधि और मंत्री तक उनके आगे निरीह हैं । श्री राठौड़ ने कहा कि , क्षेत्रीय विकास के लिए  प्रदेश में सरकार बदल कर ही हालात सुधारे जा सकते हैं ।