नीमच-मालवा की वैष्णो देवी महामाया भादवा माता जी में दिनांक 13 अगस्त को 2023 को सहस्त्र औदीच्य ब्राह्मण महासभा का सम्मेलन नवीन अध्यक्ष एवं भादवा माता जी में समाज की धर्मशाला हेतु ट्रस्ट निर्माण किए जाने संबंधी विचार विमर्श हेतु सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें सर्वानुमति से श्री चंद्रशेखर शर्मा पिता श्री ओमकार लाल जी शर्मा नीमच (सैलाना वाले) को सर्वानुमति से अध्यक्ष पद के लिए मनोनीत किया गया। इसी कार्यक्रम में महिला कार्यकारिणी के अंतर्गत श्रीमती कल्पना व्यास को भी सर्वानुमति से अध्यक्ष मनोनीत किया गया।
भादवामाता में आयोजित इस सम्मेलन का शुभारंभ अध्यक्ष राजेंद्र व्यास,श्याम सुंदर ठक्कर,अशोक मेहता ,जगदीशचंद्र जोशी,बद्रीलाल पंड्या, परशराम शर्मा,भंवरलाल जोशी, आत्माराम जोशी आदि वरिष्ठजनों द्वारा समाज के आराध्य भगवान गोविंद माधव एवम भादवामाता का पूजन अर्चन कर दीप प्रज्जवलित कर के किया गया। महामाया भादवा माता जी में समाज की धर्मशाला बने इस हेतु सर्व अनुमति से ट्रस्ट का गठन किया जाए इसकी सहमति बनी एवं ट्रस्टी के लिए रुपए 51 हजार की राशि नियत की गई। जिसमें समाज के निम्न बंधुओं द्वारा राशि की घोषणा की गई
(1) श्री दिनेश जी मेहता नीमच (सावन) के द्वारा 111000/-(2)श्री हरीश जी सावन वालों के द्वारा रुपए 100000/-(3) श्री फतेश शर्मा सैलाना 100000 (4) श्री बद्रीलाल जी पंड्या सावन। 51000/-(5) श्री राजेंद्र व्यास 51000/-(6) श्री चंद्रशेखर शर्मा 51000 /-(7) श्री अशोक मेहता 51000/-(8) श्री जगदीश चंद्र जोशी डिकेन। 51000/-(9) श्री जगदीश चंद्र व्यास, पिपलिया मंडी 51000/-।
उक्त बैठक में समाज के नीमच जिले के अतिरिक्त प्रतापगढ़ छोटी सादड़ी गागरोल कारुण्डा पलसोड़ा जमुनिया कला डीके न लासुर मानसा , सावन ढाबा बामोराआदि स्थानो से संबंधित समाज जन एकत्रित हुए।विशेष रूप से समाज के सम्माननीय जावरा से पधारे श्री श्याम सुंदर ठक्कर एवं श्रीमती गिरिजा ठाकुर जी का मार्गदर्शन इस कार्यक्रम को सफल बनाने में उपस्थित होकर प्रदान किया।इस सम्मेलन को सफल बनाने में सभी समाज जनों के साथ हरीश पंड्या,रघुनंदन व्यास, परशुराम पंड्या,प्रह्लाद भट्ट, गोविंद भारद्वाज सावन , सुनील यजुर्वेदी मनासा, पवन रावल मनासा, निलेश रावल,नूतन द्विवेदी,आदि समाज जनों ने अपने विचार व्यक्त कीये।कार्यक्रम का संचालन फतेश शर्मा एवम दीपशिखा रावल ने संयुक्त रूप से किया गया, आभार निवर्तमान अध्यक्ष राजेंद्र व्यास द्वारा व्यक्त किया गया।