विश्व उद्यमिता दिवस पर स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नीमच में हुआ विशेष कार्यक्रम

विश्व उद्यमिता दिवस पर स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नीमच में हुआ विशेष कार्यक्रम

उद्यमिता आत्मविश्वास एवं स्वावलंबन को अपनाकर ही युवा हो सकते हैं बेरोजगारी के चक्र से मुक्त 

नीमच।स्वामी विवेकानंद लीड़ कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय उद्यमिता दिवस 21 अगस्त 2023  के उपलक्ष्य में  विशेष कार्यक्रम आयोजित  किया गया।कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में जिला उद्योग और व्यापार केंद्र की प्रबंधक श्रीमती चंचल अग्रवाल एवं विशिष्ट वक्ता के तौर पर जिला समन्वयक सेडमेप श्री नीरज सिंह उपस्थित थे ।आप दोनों ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी  लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग विभाग के द्वारा संचालित विभिन्न रोजगार कार्यक्रमों एवं स्टार्टअप का लाभ ले सकते हैं ।इस हेतु विभाग और लीड बैंक शिक्षित युवाओं को बहुत बड़ी सब्सिडी एवं बहुत ही कम  ब्याज दरों पर लोन की सुविधा देती है, जिससे युवा अपना छोटा ,मध्यम या लघु उद्योग प्रारंभ कर सकते हैं ।आपने उद्यमिता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि उद्यमिता के द्वारा ही व्यक्ति अपने घर बैठे रोजगार प्रारंभ कर सकता है ।कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.के.एल.जाट ने स्वागत उदबोधन देते हुए कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के औचित्य को प्रतिपादित करते हुए आपने कहा कि  राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने वाला मध्यप्रदेश प्रथम राज्य हैऔर इस शिक्षा नीति में व्यावसायिक कोर्स प्रारम्भ किया गया है जो विद्यार्थियों प्रोजेक्ट, ऐसाइनमेंट और इंटर्नशिप के माध्यम से सीधा उद्यमिता और स्वरोजगार से जोड़ता है। कार्यक्रम के संयोजक डॉ संजय जोशी ने कहा कि विश्व का इतिहास उन्हीं व्यक्तियों का रहा है जो आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी थे। आपने उद्यमिता के अनेक लाभों से युवाओं को परिचित कराते हुए कहा कि उद्यमी व्यक्ति नौकरी मांगने वाला नहीं देने वाला बन जाता है। वह स्वतन्त्र और मालिक बन जाता है। एक निश्चित वेतन और उसके लिए उसको निर्धारित समयावधि  की प्रतिक्षा से भी उद्यमी मुक्त हो जाता है। अंग्रेजों के आने के पूर्व तक भारत उद्यमी,निर्यातक,उत्पादक और व्यापारिक देश था।और न ही कोई बेरोजगार,चोर और भीखारी था।कार्यक्रम को अर्थशास्त्र के प्रोफसर डॉ.आर.सी.जैन ने भी संबोधित करते हुए उद्यमिता का अर्थ और आवश्यकता से परिचित करवाया।प्रो. प्रशांत मिश्रा, प्रो.पी.डी.ज्ञानानी व  प्रो.प्रभावती भावसार भी मंचासीन थे। कार्यक्रम में महाविद्यालय में नवप्रवेशी प्रथम वर्ष के विद्यार्थी बडी़ संख्या में उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रो. संजय जोशी ने किया।